Biparjoy Cyclone ने भारत से टकराने के बाद बेइंतहा तबाही मचाई है. इस महाविनाशक तूफान की वजह से हुई तेज आंधी-बारिश से कई खंभे-पेड़ उखड़ गए हैं, मकान ज़मींदोज़ हो गए, कई लोगों को चोटें आई और नामालूम क्या-क्या नुकसान पेश आया है. तूफान की इस कदर तबाही की तासीर को देख भारत के कई राज्यों में रेड अलर्ट भी जारी कर दिए गए हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि भारत इस तरह की त्रासदी का पहली बार चश्मदीद रहा हो, इससे पहले भी नामालूम कई बार हमारा देश में कई तूफानों का आना हुआ है. तो फिर सवाल है कि आखिर क्यों बार-बार भारत में आते हैं ये चक्रवाती तूफान? साथ ही जानेंगे आखिर कैसे कर सकते हैं इससे बचाव...
पहले जानें... क्यों और कैसे आते हैं चक्रवाती तूफान
चक्रवात क्यों आते हैं? इसके लिए ये समझना जरूरी है कि चक्रवात होते क्या हैं... दरअसल चक्रवात एक गोलाकार तूफान होते हैं जिसे अंग्रेजी में सर्कुलर स्टॉर्म कहा जाता है. ये गर्म समुद्र के पानी के सरफेस पर बनते हैं. होता दरअसल यूं है कि जब समुद्र का तापमान बढ़ने लगता है, तो उसके ऊपर मौजूद गर्म हवा, नम होकर हल्की हो जाती है, जिससे वो समुद्र की सतह पर धीरे-धीरे ऊपर उठने लगती है, जिसके बाद शुरू ठंडी हवा गर्म होकर ऊपर उठने लगती है, ये एक साइकिल बन जाती है और ये एक स्टॉर्म साइिकल का रूप ले लेते हैं.
अब जानें... चक्रवाती तूफान से कैसे करें बचाव
अगर आप तूफानी चक्रवात के दौरान घर के अंदर हैं, तो...
तो सबसे पहले फौरन बिजली के मेन और गैस की आपूर्ति बंद कर दें, इसके बाद घर के पास सूखे पेड़ों/शाखाओं को हटा दें, फिर किसी भी तरह की परिस्थितियों से लड़ने के लिए एक आपातकालीन किट और प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स तैयार रखें, फिर सबसे जरूरी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लें.
वहीं अगर आप घर के बाहर हैं, तो...
बिजली के ढीले व लटकते तारों से खुद को बचाएं, क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में ये खतरनाक हो सकते हैं. वहीं किसी ऐसी जगह खुद को छिपाएं, जहां आप सुरक्षित हों. वहीं यदि आप वाहन चला रहे हों, तो कई गुना ज्यादा चौकन्ना होकर वाहन चलाएं.
Source : News Nation Bureau