पिछले कुछ सालों से भारत के तटीय इलाकों में चक्रवातों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी से लेकर तमिलनाडु में हिंद महासागर तक तटीय राज्य इन प्राकृतिक आपदाओं के गवाह रहे हैं. गुजरात से लेकर केरल तक अरब सागर में भी इसी तरह के तूफान कई बार देखने को मिले हैं. गुरुवार को गुजरात तट से टकराया बिपरजॉय चक्रवाती तूफान इसी कड़ी का एक हिस्सा है. दरअसल, ये सब जलवाय परिवर्तन के चलते हो रहा है. जलवायु परिवर्तन से समुद्र के तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिसके चलते समुद्र में बार-बार चक्रवात बन रहे हैं और आपदाओं का कारण बनते हैं. इन चक्रवातों की शुरुआत समुद्र के गर्म इलाकों से होती है. जहां से उठने वाली हवाएं कम वायु दाब का क्षेत्र बनाती है. जब ये गर्म हवा तेजी से ऊपर आती है, तो उसे नमी मिलती है. जिससे आसमान में घने बादल बनने लगते हैं. फिर खाली हुई जगह को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे की ओर आती है और फिर ऊपर की ओर उठती है. जो चक्रवाती तूफान का रूप ले लेती हैं. ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि आखिर किन देशों में सबसे ज्यादा तूफान आते हैं और कहां सबसे ज्यादा तूफानी हवाएं चलती हैं.
चीन में पूरे साल रहता है तूफानी मौसम
चीन दुनिया का एक मात्र ऐसा देश है जहां पूरे साल ही तूफानों का सीजन रहता है. इसलिए चीन में सबसे अधिक तूफान आते हैं. सौमई चीन में आने वाले सबसे भयानक तूफानों में से एक था. साल 2006 की गर्मियों में आए इस तूफान ने कई लोगों की जिंदगियां लील ली थी. उसके बाद उसी साल जुलाई में उष्णकटिबंधीय तूफान बिलिस के ने 600 से ज्यादा लोगों को जान ले ली. फिर अगस्त की टाइफून प्रापिरून से करीब 80 लोग मारे गए. साल 2006 में चीन में 6 भयानक तूफान आए थे.
फिलीपींस में भी आते हैं लगातार तूफान
चीन के बाद फिलीपींस में सबसे ज्यादा चक्रवाती तूफान आते हैं. यहां सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात में सबसे शक्तिशाली तूफान हैयान था. जिसे सुपर टाइफून योलान्डा के नाम से भी जाना गया. हैयान ने दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों में खूब तबाही मचाई थी. इससे केवल फिलीपींस में करीब 6,300 लोगों की मौत हुई थी. 2013 में आया ये तूफान दुनियाभर में सबसे खतरनाक उष्णकटिबंधीय चक्रवात माना गया था. इसके साथ ही इसे फिलीपींस का दूसरा सबसे खतरनाक तूफान भी माना गया.
जापान भी झेलता है तूफानों का कहर
इसके बाद जापान भी भूकंप, आंधी और तूफानों का कहर झेलता रहता है. सितंबर 1959 में आए एक शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात ने जापान में जमकर तबाही मचाई थी. जिसे देश में अब तक के सबसे खतरनाक तूफान के रूप में दर्ज किया गया. इस तूफान ने 1934 के मूरोटो टाइफून को पीछे छोड़ दिया.
मेक्सिको में भी आते हैं चक्रवाती तूफान
मेक्सिको भी चक्रवाती तूफानों का गवाह बनता है. यहां प्रशांत महासागर और मेक्सिको की खाड़ी की वजह से बड़े चक्रवात और तूफान आते हैं. गर्मियों के दौरान जब उत्तरी गोलार्ध का तापमान उच्चतम स्तर पर होता है, तो बड़े चक्रवात और तूफान का खतरा बढ़ने लगता है. यहां साल 1959 में आया तूफान अब तक का सबसे भयानत तूफान था.
अमेरिका में तूफान से होती है हर साल तबाही
इसके अलावा अमेरिका भी तूफानों का लगातार कहर झेलता है. यहां अटलांटिक महासागर या मेक्सिको की खाड़ी से उत्पन्न होने वाले तूफान भयानक तबाही मचाते हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में साल 1851 के बाद आए 292 तूफानों से 41 फीसदी फ्लोरिडा को नुकसान हुआ. साल 1900 में यहां सबसे भयानक तूफान आया था. जो अब तक का पांचवां सबसे भयानक अटलांटिक तूफान था. इस तूफान से अमेरिका में करीब छह से 12 हजार लोगों की जान गई थी.
Source : News Nation Bureau