Advertisment

मलकानगिरि में पानी पर तैरती एंबुलेंस, गणतंत्र दिवस से सेवा शुरू

शुरू की गई बोट एंबुलेंस लगभग 30,000 निवासियों के लिए फायदेमंद होगी, विशेष रूप से बालीमेला जलाशय के किसी भी तट पर रहने वाले ग्रामीणों को.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
Boat Ambulance

30 हजार ग्रामीणों को मिलेगी प्राथमिक चिकित्सा.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुधवार को ओडिशा के मलकानगिरि जिले के स्वाभिमान आंचल के सुदूरवर्ती इलाके बीएसएफ कैंप जनबाई में 'बोट एम्बुलेंस' लॉन्च की. मलकानगिरि के बीएसएफ डीआईजी संजय कुमार सिंह ने राज्य प्रशासन के अधिकारियों और चिकित्सा अधिकारियों के साथ गुरुप्रिया ब्रिज के पास एक बड़ी भीड़ की उपस्थिति में बोट एम्बुलेंस का शुभारंभ किया, जो स्वाभिमान अंचल के दूरदराज के स्थानों में रहने वाले निवासियों की चिकित्सा आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा.

स्वाभिमान अंचल को तोहफा
बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में बल महानिदेशक (डीजी) पंकज कुमार सिंह की यात्रा के दौरान, इस अवधारणा को महसूस किया गया था और विशेष रूप से जीपी जंत्री और जीपी पनसपुट में रहने वाली दूर-दराज की आबादी के लिए एक 'बोट एम्बुलेंस' की आवश्यकता महसूस की गई थी. इसके बाद बीएसएफ के अतिरिक्त डीजी आर.एस. भाटी, जिन्होंने इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए और ओडिशा फ्रंटियर के आईजी सतीश चंद्र बुडाकोटी ने गणतंत्र दिवस से पहले स्वाभिमान आंचल के अपने दौरे पर प्रक्षेपण पूर्व निरीक्षण किया.

30 हजार लोगों को मिल सकेगी प्राथमिक चिकित्सा
स्वाभिमान आंचल, तत्कालीन कट ऑफ एरिया, बनाया गया था जब 1977 में बालीमेला बांध अस्तित्व में आया था, जिसने 151 गांवों को मुख्य भूमि से अलग कर दिया था. चार दशकों के बाद 2018 में महत्वपूर्ण मोड़ आया जब गुरुप्रिया ब्रिज को सीमा सुरक्षा बल के जवानों की भारी सुरक्षा में बनाया गया, जिससे सुरक्षा बलों और राज्य प्रशासन के लिए क्षेत्र में विकास की दृष्टि से माओवादी गढ़ में उद्यम करना संभव हो गया. बीएसएफ अधिकारियों ने कहा, आज यह उल्लेख करना गर्व का क्षण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए गुरुप्रिया ब्रिज के आगे सीमा सुरक्षा बल शिविरों में तिरंगा फहराता है. अब लोगों ने सुरक्षा बलों और राज्य प्रशासन पर विश्वास बढ़ाया है. इसे मजबूत करने के लिए इसके अलावा आज शुरू की गई बोट एंबुलेंस लगभग 30,000 निवासियों के लिए फायदेमंद होगी, विशेष रूप से बालीमेला जलाशय के किसी भी तट पर रहने वाले ग्रामीणों को.

आपात चिकित्सा में आएगी काम
उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति नाव एंबुलेंस के लिए कॉल कर सकता है और बीएसएफ उन्हें तत्काल चिकित्सा प्रदान करेगा और घायल या बीमार व्यक्ति को निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी पहुंचाएगा. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उन्हें विशेष इलाज के लिए जिला स्वास्थ्य अस्पताल मलकानगिरि भेजा जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि यह नाव एंबुलेंस एक ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम और प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मचारियों के साथ आपातकालीन दवाओं से लैस है.

HIGHLIGHTS

  • माओवाद प्रभावित इलाके में बीएसएफ की शुरुआत
  • लगभग 30 हजार ग्रामीणों को मिलेगा फायदा
odisha ओडिशा BSF Boat Ambulance बीएसएफ naxal नाव एंबुलेंस
Advertisment
Advertisment