देश में तेजी से फैल रही कोरोना वायरस महामारी का तांडव लगातार जारी है. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए करीब 2 महीने के लॉकडाउन में देश के करोड़ों लोगों को उन दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिनके बारे में कभी किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा. हालांकि, लॉकडाउन के वक्त ही लोगों के अंदर छिपी मानवता भी बाहर आई, जिसकी वजह से न लाखों इंसान बल्कि जानवरों का भी जीवन बचाया जा सका.
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इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने खुद भूखे रहकर कई कुत्तों का पेट भरा और उन्हें नया जीवन दिया. जी हां, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में रहने वाली मीना नाम की महिला ने लॉकडाउन के दौरान सिर्फ एक वक्त की रोटी खाकर कई दिनों तक गुजारा किया. लॉकडाउन में कई दिनों तक मीना इसलिए भूखे पेट रहीं, ताकि उनके 13 कुत्ते भूखे न रहें.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक मीना लोगों के घरों में खाना बनाकर अपना जीवन चलाती हैं. वे कुत्तों से बेहद प्यार करती हैं और उन्हें अपने बच्चों की तरह पालती हैं. खबरों के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान मीना का काम-धंधा चौपट हो गया. जिसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ऐसे में उनके सामने एक बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई कि उनके कुत्तों का पेट कैसे भरेगा. जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वे कुत्तों को भूखा नहीं रखेंगी, बेशक खुद भूखे पेट सोना पड़े.
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मीना ने बताया कि वे जिन घरों में काम करती हैं, वहां के मालिक काफी अच्छे हैं. वे सभी जानते हैं कि मीना अपने साथ-साथ कुल 13 कुत्तों को भी खिलाती-पिलाती हैं. इतना ही नहीं, मीना के घर के आसपास रहने वाले और भी कई कुत्ते खाने के लिए उनके पास आ जाते हैं और मीना किसी भी कुत्ते को अपने घर से भूखा नहीं भेजतीं. लिहाजा, उनके कई मालिकों ने मीना को लॉकडाउन के मुश्किल समय में एडवांस सेलरी दे दी.
Source : News Nation Bureau