Advertisment

24 घंटे में हुआ था इस शिव मंदिर का निर्माण, जहां खुद प्रकट हुआ था शिवलिंग 

Chhiteshwar Nath Mandir: दुनियाभर में भोलेनाथ के लाखों मंदिर मौजूद है, इनमें से कुछ मंदिरों को रहस्यमयी माना जाता है. जहां हर साल लाखों की संख्या में भोलनाथ के भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे है

author-image
Suhel Khan
एडिट
New Update
Shiv Temple

Shiv Temple ( Photo Credit : प्रतीकात्मक फोटो)

Chhiteshwar Nath Mandir: हमारे देश में लाखों मंदिर मौजूद हैं इनमें से सैकड़ों मंदिर प्राचीन काल से अपनी भव्यता के कारण जाने जाते हैं. वहीं कुछ मंदिरों को अपने रहस्यों की वजह से ख्याति मिली हुई है. आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसके बारे में कहा जाता है कि उस मंदिर का निर्माण 24 घंटों में किया गया था. यही नहीं इस मंदिर में एक शिवलिंग भी स्थापित है. जिसके बारे में कहा जाता है कि ये शिवलिंग वहां खुद ही प्रकट हुआ था.

Advertisment

ये भी पढ़ें: Snake Facts: बहरे होने के बाद भी बीन की आवाज सुनते ही क्यों नाचने लगते हैं सांप?

दरअसल, हम बात कर रहे हैं छितेश्वरनाथ शिव मंदिर के बारे में, जो यूपी के बलिया जिले में स्थित है. इस मंदिर दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु रोज पहुंचते हैं. मंदिर के पुजारी संतोष पांडेय का कहना है कि यह बाबा क्षितेश्वर नाथ का मंदिर है. ये मंदिर बलिया जिले के छितौनी गांव में है. जो सैकड़ों साल पुराना मंदिर है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग पृथ्वी के अंदर से खुद प्रकट हुआ है. यही नहीं इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 24 घंटे के अंदर किया गया था.

ये भी पढ़ें: दामाद को नौकर समझते हैं इस जनजाति के लोग, शादी से पहले दूल्हे को करना पड़ता है ये काम

सपने में तपस्वी को दिए थे भोलेनाथ ने दर्शन

कहा जाता है कि सैकड़ों साल पहले यहां एक एक तपस्वी रहा करते थे जो हमेशा ब्रह्मपुर (बिहार) में ब्रह्मेश्वर नाथ महादेव के दर्शन करने के लिए जाते थे. इसके लिए उन्हें गंगा को पार करना पड़ता था. जिससे तपस्वी को बहुत परेशानी होती थी. एक दिन भोलेनाथ ने स्वप्न में तपस्वी से कहा कि वह छितौनी में ही हैं और इसके लिए उन्हें दूर जाने की जरूरत नहीं है. ये बात उन्होंने स्थानीय लोगों को बताई तो आस पास के ग्रामीणों के सहयोग से इस मंदिर की स्थापना की गई. खुदाई के बाद  छितौनी में ही इस शिवलिंग का विग्रह प्राप्त हुआ.

publive-image

नीचे की ओर जाता है शिवलिंग

कहा जाता है कि इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग ऊपर की बजाय नीचे की ओर जा रहा है. जिसे ऊपर लाने के लिए बहुत कोशिश की गई. लेकिन जब शिवलिंग को ऊपर लाने का प्रयास किया जाता है तो शिवलिंग उतना ही नीचे चला जाता. उसके बाद लोगों ने इसे महादेव का चमत्कार उसी तरह से छोड़ दिया. उसके बाद लोग इसी शिवलिंग की पूजा करने लगे. ये मंदिर प्राचीनकाल से ही लोगों की आस्था का केंद्र रहा है.

ये भी पढ़ें: इस मंदिर को माना जाता है श्रापित, जिसमें भगवान के दर्शन करने से महिलाएं हो जाती हैं विधवा

Advertisment

ऐसे पड़ा इस मंदिर का नाम क्षितेश्वर नाथ महादेव

इस मंदिर का नाम इसलिए क्षितेश्वरनाथ पड़ा क्योंकि इस मंदिर में शिवलिंग की उत्पत्ति जमीन के अंदर से हुई. कहा जाता है कि जब इस मंदिर का निर्माण हो रहा था तब दीवारी जोड़ने का काम किया गया लेकिन दीवार बार-बार गिर जाती थी. आखिर में लोग परेशान होकर काशी के विद्वान के पास पहुंचे. तब विद्वान ने बताया कि अगर 24 घंटे के अंदर इस मंदिर का निर्माण किया जाए तो इसकी दीवार नहीं गिरेगी. उसके बाद लोगों ने इस मंदिर का 24 घंटों के अंदर निर्माण कर दिया. और तब एक भी दीवार नहीं गिरी.

Source : News Nation Bureau

lord-shiva shiv temple mysterious shiv temple Mysterious Temple Chhiteshwar Nath Mandir Weird News
Advertisment