Advertisment

कचरे से बनेगी सीएनजी, हर रोज दौड़ सकेंगी 400 यात्री बसें

इस शहर में लगभग छह लाख घर है और एक लाख 20 हजार प्रतिष्ठान व्यावसायिक हैं और औद्योगिक संस्थान भी हैं.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Waste Management

इंदौर में वेस्ट मैनेजमेंट से चलेंगी सीएनजी बसें.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर की पहचान देश के सबसे साफ सुथरे शहर के तौर पर है, अब यह पर्यावरण के मामले में भी अपनी पहचान बनाने जा रहा है. यहां हर रोज निकलने वाले कचरे से इतनी बायो सीएनजी बनेगी कि चार सौ यात्री गाड़ियों के ईंधन के तौर पर उपयोग में लाई जा सकेगी. इंदौर वह शहर है जो स्वच्छता का खिताब हासिल करने का पंच लगा चुका है. यहां कचरा घर-घर से एकत्रित तो किया ही जाता है साथ ही उसे मौके पर ही अलग-अलग अर्थात सूखा और गीला कचरा अलग कर लिया जाता है. इसके बाद इस कचरे के शमन की प्रक्रिया होती है.

इस शहर में लगभग छह लाख घर है और एक लाख 20 हजार प्रतिष्ठान व्यावसायिक हैं और औद्योगिक संस्थान भी हैं. लगभग छह हजार टन गीला कचरा निकलता है और यही कारण है कि यहां सीएनजी प्लांट स्थापित किया गया है. अनुमान है कि इस संयंत्र से औसतन प्रतिदिन 18 हजार किलो गैस बनेगी. नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि कचरा के लिए बनाए गए संयंत्र से जहां निगम को आय होगी. वहीं इस संयंत्र से बनने वाली सीएनजी से लगभग चार सौ बसों को चलाया जा सकेगा. साथ ही इस सीएनजी की दर पांच रुपये किलो कम होगी.

उन्होंने आगे कहा कि इंदौर जहां स्वच्छता के मामले में नंबर एक है वहीं पर्यावरण के मामले में भी पहल हुई है. चार सौ डीजल से चलने वाली बसों को सीएनजी में बदला जाएगा. इससे पर्यावरण को भी लाभ होगा.

HIGHLIGHTS

  • इंदौर में चार सौ डीजल बसों को बदला जाएगा सीएमजी में
  • कचरे से सीएनजी बनाई जाएगी, जो ईंधन बतौर होगा इस्तेमाल
Indore CNG buses पायलट प्रोजेक्ट pilot project इंदौर Waste Management वेस्ट मैनेजमेंट
Advertisment
Advertisment
Advertisment