पढ़ाई के लिए बड़े शहरों में जाने वाले छात्रों को अपने जीवन के गुजर-बसर में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बड़े शहरों में आने के बाद छात्रों को सबसे पहले तो अपने रहने के लिए एक ऐसे घर का इंतजाम करना पड़ता है, जिसका खर्च निकालने में उन्हें ज्यादा दिक्कत न हो. इसके बाद छात्र घर में इस्तेमाल की जाने वाली कई चीजों का भी इंतजाम करना पड़ता है. इसी कड़ी में अमेरिका के पाल्ट्ज (Paltz) से एक ऐसा अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसे पढ़ने के बाद आपके मन में तरह-तरह के ख्याल आने लगेंगे. इस खबर को पढ़ने के बाद आपके मन में ये ख्याल जरूर आएगा कि यदि आप इन छात्रों की जगह होते तो क्या करते?
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दरअसल पाल्ट्ज में रह रहे स्टेट यूनिवर्सिटी के तीन छात्रों रीसे वेरखोवे, कॉली गास्टी और लारा रुस्सो ने मिलकर किराए का मकान लिया. जिसके बाद उन्होंने घर में बाकी के सामानों की व्यवस्था करनी शुरू कर दी. इसी सिलसिले में छात्रों ने एक सेकेंड हैंड सोफा भी खरीदा. उन्होंने इस सोफे के लिए करीब 1300 रुपये खर्च किए थे. लेकिन तीनों ने कभी सपने में नहीं सोचा था कि वो सेकेंड हैंड सोफा उनके जीवन को पलट कर रख देगा. एक दिन तीनों दोस्त सोफे पर बैठकर टीवी देख रहे थे, तभी उनमें से एक को सोफे पर बैठने के दौरान कुछ महसूस हुआ. जिसके बाद उन्होंने सोफे की ऊपरी परत हटाकर देखा. सोफे का कवर हटते ही उन्हें एक ऐसी चीज दिखाई दी, जिसे देखते ही तीनों दोस्तों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
सोफे के अंदर उन्हें एक पुराना-धुराना पैकेट मिला, जिसमें 1 हजार डॉलर (करीब 70 हजार रुपये) थे. पहला पैकेट मिलने के बाद उन्होंने पूरे सोफे को खंगाल डाला, जिसमें उन्हें अलग-अलग पैकेट में कुल 41 हजार डॉलर (करीब 29 लाख रुपये) मिले. छात्रों को पैसों के अलावा बैंक की डिपॉजिट स्लिप भी मिली, जिससे यह आशंका लगाई जाने लगी कि यह किसी का पैसा है जिसे वह बैंक में जमा कराना चाहता था. तीनों छात्रों ने मिलकर फैसला किया कि वे ये सभी पैसे उसके असली मालिक को लौटा देंगे. जिसके बाद वे बैंक की डिपॉजिट स्लिप की मदद से उस घर तक पहुंच गए, जिसका पता स्लिप पर लिखा हुआ था.
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छात्रों को वहां एक बूढ़ी मां मिली, जिन्होंने बताया कि ये पैसा उनके पति ने बैंक में जमा कराने के लिए रखा था. उन्होंने बताया कि ये सारा पैसा उनके पति को रिटायरमेंट के समय मिला था. बूढ़ी महिला ने बताया कि उनके बच्चों ने ये सोफा बिना पूछे बेच दिया था. सारा पैसा वापस पाने के बाद बूढ़ी मां की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. उन्होंने छात्रों की ईमानदारी से खुश होकर एक हजार डॉलर ईनाम के तौर पर दे दिए. छात्रों की ईमानदारी की ये इंस्पायरिंग स्टोरी काफी तेजी से वायरल हो रही है.
Source : Sunil Chaurasia