पर्यावरण संरक्षण प्रयासों का समर्थन करने के लिए हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में पृथ्वी दिवस (Earth Day) मनाया जाता है. यह पहली बार 1970 में सांता बारबरा में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव के महीनों बाद अमेरिकी कॉलेज परिसरों में मनाया गया था. तब से इस आंदोलन ने 192 से अधिक देशों में एक अरब से अधिक व्यक्तियों को संगठित किया है. इस साल ये दिवस सोमवार को वैश्विक थीम 'प्लैनेट बनाम प्लास्टिक' के साथ मनाया जा रहा है.
क्या है इसका इतिहास?
अमेरिकी सीनेटर और पर्यावरणविद् गेलॉर्ड नेल्सन और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के स्नातक छात्र डेनिस हेस ने पहली बार इसका आयोजन किया था. जानकारी के अनुसार, अमेरिका में पर्यावरणीय क्षति के बारे में चिंतित होने के मद्देनजर नेल्सन और हेस ने इस कार्यक्रम की योजना तैयार की. इसमें साल 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में एक महत्वपूर्ण तेल रिसाव काफी अहम वजह साबित हुआ.
22 अप्रैल, 1970 को, 20 मिलियन अमेरिकी नागरिक जल प्रदूषण, तेल रिसाव, जंगल की आग, वायु प्रदूषण आदि जैसे पर्यावरणीय संकटों के विरोध में शहर भर में सड़कों पर उतर आए, जिसने न सिर्फ अमेरिका, बल्कि पूरे दुनिया में भारी हलचल मचा दी. धीरे-धीरे सैकड़ों शहर क्रांति में शामिल हो गए और यह दुनिया के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों में से एक बन गया.
क्या है इस साल की थीम?
इस साल की थीम "प्लैनेट बनाम प्लास्टिक" है, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण के मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य दोनों पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना है.
इस विषय का चयन ऐतिहासिक संयुक्त राष्ट्र प्लास्टिक सम्मेलन को ध्यान में रखते हुए किया गया था, जिसे 2024 के अंत तक अपनाए जाने की उम्मीद है. यूके उन 50 से अधिक देशों में से एक है, जिन्होंने मांग की है कि प्लास्टिक प्रदूषण को 2040 तक समाप्त किया जाए.
Source : News Nation Bureau