प्रकृति प्रेमियों को और क्या चाहिए. जिस पक्षी को देखने की वर्षों से मन में इच्छा हो और वो दिख जाए तो आनंद आ जाता है. ऐसा ही नजारा उत्तराखंड( uttrakhand) के लैंसडौन में देखने को मिला. दुनिया से ही विलुप्त होने के कगार पर उड़न गिलहरी को देखते ही कैमरे में कैद कर लिय़ा गया. नजारा ऐसा था कि जिसे सोशल मीडिया पर भी काफी लाइक्स किया जा रहा है. प्रकृति प्रेमियों का मानना है कि (इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल) यानि उड़न गिलहरी को देखे जाने का यह पहला मौका था. मीडिया रिपोर्ट की बात करें तो यह नन्हा जीव केवल देश से ही नहीं बल्कि दुनिया से ही विलुप्ती के कागार पर पहुंच चुका है. इसे सिर्फ रात में ही देखा जा सकता है.
दरअसल, उड़न गिलहरी (इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल) नन्हा जीव है. बताया जाता है कि यह केवल रात में ही दिखाई देता है. बढ़ते प्रदुषण व गंदगी के कारण यह पूरी तरह विलुप्ती के कागार पर पहुंच चुका है. इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में इस जीव को शेड्यूल-टू की श्रेणी में रखा गया है. लैंस़डौन के आसपास प्रकृति प्रेमी विनीत वाजपेयी( vineet vajpeyi) उड़न गिलहरी(इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल) को देखा और अपने कैमरे में कैद कर लिया. अन्य प्रकृति प्रेमियों को मानना है कि विनीत की नजर उड़न गिलहरी पर पड़ गई. नहीं इसके देखे जाने की उम्मीदें कम ही थी.
दुर्लभ प्रजाति का जीव
जानकारी के मुताबिक उड़न गिलहरी (इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल) south africa से इंडिया आया था. अब से करीब 10 साल पहले यह देहरादून, टिहरी आदि स्थानों पर काफी देखा जाता था. लेकिन अब यह जीव पूरी तरह विलुप्त हो चुका है. वन विभाग ने (इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल) को दुर्लभ श्रेणी के जीवों मे रखा है. जानकारों का मानना है यह जीव प्रयावरण में हो रहे बदलाव की वजह से गायब हुआ है. पृथ्वी के बढ़ता तापमान भी इसकी वजह माना जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- सिर्फ रात में दिखाई देती थी उड़न गिलहरी
- अब दुनिया से विलुप्त हो चुकी है प्रजाति
- प्रकृति प्रेमियों को हुआ अद्भुत पक्षी का दीदार
Source : News Nation Bureau