एक अजीबोगरीब घटना में व्यक्ति ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना योजना से पैसे लेने के लिए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अपनी ही बहन से शादी कर ली. दरअसल समाज कल्याण विभाग द्वारा शादियों का आयोजन किया जाता है. सामूहिक विवाह योजना के तहत, राज्य सरकार प्रत्येक जोड़े को उन्हें दिए जाने वाले घरेलू उपहारों के अलावा 35,000 रुपये देती है. योजना के विवरण के अनुसार वर के बैंक खाते में 20,000 रुपये जमा किए जाते हैं और 10,000 रुपये के उपहार भी दिए जाते हैं. शादी 11 दिसंबर को फिरोजाबाद के टूंडला में हुई और इसका पता तब चला जब स्थानीय ग्रामीणों ने विवाहित जोड़े की पहचान भाई-बहन के रूप में की.
कार्यक्रम का आयोजन टूंडला प्रखंड विकास कार्यालय परिसर में किया गया, जिसमें 51 अन्य जोड़ों का भी विवाह कराया गया. टूंडला के प्रखंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने कहा कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिस भाई के आधार कार्ड का सत्यापन किया जा रहा है, उसके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. जांच में जब मामला खुला तो अधिकारियों ने युवक के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं इस घटना के सामने के बाद अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है. इसके साथ ही विवाह के लिए जोड़ों का सत्यापन करने वाले अधिकारियों से भी जवाब तलब किया गया है.
अब खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि शादी के लिए जोड़ों का सत्यापन करने वाले ग्राम पंचायत सचिव मरसेना कुशलपाल, ग्राम पंचायत घिरौली सचिव अनुराग सिंह, एडीओ कॉपरेटिव सुधीर कुमार एडीओ समाज कल्याण विभाग चंद्रभान सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है. संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर उनके खिलाफ भी कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हो रही थीं शादियां
- सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए उठाया कदम
- गांव वालों ने तस्वीर देख कर बताई असलियत