Snoring Benefits: हम में से बहुत से लोगों को सोते समय खर्राटे लेने की आदत होती है. कई बार तो ये खर्राटे इतने तेज हो जाते हैं, कि दूसरे लोगों की नींद भी खराब हो जाती है. हैरान करने वाली बात यह है कि खर्राटे लेने वाले को खुद इस बात की जानकारी नहीं होती. लेकिन परेशान करने वाली यह समस्या आपके लिए फायदे का सौदा भी साबित हो सकती है, इस बात का भान शायद ही आपको हो. यहां हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां खर्राटे लेने की बीमारी होने पर हर महीने 78 हजार रुपए मिलते हैं.
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दरअसल, ब्रिटेन के डिपार्टमेंट ऑफ वर्क एंट पेशन्स (डीडब्ल्यूपी) से यह सुविधा वहां के उन लोगों को दी जा रही है, जो खर्राटे लेने की समस्या से ग्रसित हैं. रोचक बात यह है कि इन लोगों को एकदम टैक्स फ्री रखा गया है. असल में हम खर्राटे को सामान्यतः छोटी-मोटी परेशानी समझकर अनदेखा कर देते हैं. लेकिन कभी-कभी स्लीप एपनिया नाम का यह रोग गंभीर स्थिति भी पैदा कर सकता है. दैनिक जीवन में इसके निगेटिव इंपैक्ट को विकलांगता के तौर भी पहचाना जाता है. क्योंकि खराब नींद और थकान की वजह से उत्पन्न यह बीमारी कई अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है.
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खर्राटे से पीड़ित लोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता भुगतान (पीआईपी) के लिए पात्र हो सकते हैं. अगर आपको यह अनुभव होता है कि खर्राटा लेने की आदता आपको जीवन पर नकारात्कम प्रभाव डाल रही है तो इसका इलाज कराना जरूरी हो जाता है. लिवरपूल ने बताया कि इसको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के नाम से जाना जाता है. एनएचएस इस रोग के इलाज के महत्व पर बल देता है. इसका फायदा आपको जीवन के बढ़ते खर्च में मिल सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार पीआईपी उस समय भी काम करता है, जब आप वर्किंग हों, आपके पास सेविंग हो और आप दूसरे लाभ ले रहे हों. खास बात यह है की पीआईबी पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगता.
Source : News Nation Bureau