गुजरात के सूरत में आप जब जाएंगे तो देखें कि चौक-चौराहे पर बड़ी-बड़ी मूर्तियां लगी हुई हैं. कहीं जानवर की तो कही राक्षस की. इन मूर्तियों को सिमेंट या फिर मिट्टी से साकार रूप नहीं दिया गया होता. बल्कि इसका निर्माण उस चीज से होता है जिसे हम फेंक देते हैं. कूड़ा हमारे देश में आज बड़ी समस्या बन गई है. कूड़े-कचरे को कैसे निपटाया जाए इसे लेकर अभी तक कोई ठोस उपाय सामने नहीं आया है. लेकिन गुजरात के सूरत में नगरपालिका ने इसे निपटाने का उपाय खोज लिया है. वो खोज है कूड़े के ढेर से मूर्तियों को बनाना. सूरत के जगह-जगह पर इसकी बानगी भी दिखती है.
कहीं किसी चौराहे पर कूड़े से बनाए गए घोड़े लगाए गये हैं तो कहीं शेर. कहीं राक्षस की मूर्ति लगाई गई है. लोग नगरपालिका के इस काम की तारीफ करते नहीं चूक रहे हैं. कूड़े को कैसे खत्म करना है वो यहां के नगरपालिका से सीखनी चाहिए.
नगरपालिका आयुक्त बंचानिधी पानी ने बताया कि हम लोग अपशिष्ट पदार्थ एकत्र करते हैं, जिसे फेंक दिया जाता है. इसके बाद इससे मूर्ति बनाते हैं. कूड़ से मूर्ति बनाने के लिए हमने विभिन्न कलाकारों और युवाओं को शामिल किया है. अभी तक हमने 58 मूर्तियां कूड़े से बनाई है.
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उन्होंने आगे बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए हमने प्लास्टिक कचरे से राक्षस बनाया है. शहर के अलग-अलग हिस्सों में इसे लगाया गया है.
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सूरत के नगरपालिका का कदम वाकई सराहनी है. कई बार ऐसा होता है कि हम कूड़े में ऐसी चीजों को घरों से बार निकाल देते हैं जिससे हम कई चीजें बना सकते हैं. सूरत की नगरपालिका ऐसी चीजों को इक्ट्ठा करके ना सिर्फ कचरे को खत्म कर रही है, बल्कि सूरत को खूबसूरत बनाने का काम भी कर रही है.
Source : News Nation Bureau