विज्ञान आज कहां से कहां पहुंच चुका है, इसके बारे में ज्यादा कुछ बताने की जरूरत नहीं बची है. विज्ञान की ही देन है कि जो दंपति माता-पिता नहीं बन सकते थे, आज वे विज्ञान की देन IVF (आईवीएफ) टेक्नीक की बदौलत संतान सुख प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन आज हम आपको आईवीएफ से जुड़ा एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में पढ़ने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे. पूरा मामला हॉलैंड का है, जहां रहने वाला एक डॉक्टर बिना किसी महिला के साथ संबंध बनाए ही 49 बच्चों का पिता बन चुका है. इस डॉक्टर का नाम जन करबात था, जिसका 89 साल की उम्र में साल 2017 में निधन हो गया था.
ये भी पढ़ें- IPL 12: बैंगलोर के हाथों मैच गंवाने के बाद पंजाब के कप्तान अश्विन ने इन लोगों पर उतारा गुस्सा, दिया ये बयान
निधन से पहले डॉक्टर ने दावा किया था कि वह 60 बच्चों का पिता बन चुका है. करबात एक क्लिनिक चलाता था, जिसे गैर कानूनी गतिविधियों की वजह से साल 2009 में बंद करा दिया गया था. करबात के दावे के बाद डच मीडिया ने इस बात से पर्दा उठाया था कि डॉक्टर करबात ने कहा था कि वह स्पर्म डोनेट करने वालों के स्पर्म को अपने स्पर्म के साथ मिक्स और चेंज भी कर देता था. इस मामले को लेकर जब जांच कमेटी बैठाई गई तो यहां की एक स्थानीय अदालत ने एक एनजीओ को सभी संदिग्ध बच्चों का डीएनए टेस्ट कराने की इजाजत दे दी थी. जब सभी संदिग्ध बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया गया तो सामने आए रिपोर्ट ने सभी के होश उड़ाकर रख दिए थे.
ये भी पढ़ें- IPL 12, KKR vs CSK: चेन्नई सुपरकिंग्स के जबड़े से जीत छीनने के लिए मैदान में उतरेगी कोलकाता, धोनी का पलड़ा भारी
बीते शुक्रवार को आई डीएनए रिपोर्ट में मालूम चला कि 49 बच्चों के डीएनए डॉक्टर करबात के डीएनए से मैच कर रहे हैं. बता दें कि डॉक्टर के दावे के बाद पीड़ितों ने डॉक्टर करबात के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. जिसके बाद डॉक्टर के परिजनों ने पीड़ितों को करबात का डीएनए रिपोर्ट दिया था. डॉक्टर करबात के स्पर्म से जन्म लेने वाले एक लड़के एरिक लेवर ने कहा कि वह उसकी हरकतों से ज्यादा परेशान नहीं है. उसे बस इस बात का दुख है कि उसकी मां के साथ धोखा किया गया है. इसी बात से दुखी होकर उसने इस मामले में केस फाइल करा दिया है.
Source : News Nation Bureau