पंजाब में एक व्यक्ति से व्यापारियों ने 22.65 लाख रुपये ठग लिए. व्यापारियों ने जिसे बेशकीमती काला घोड़ा बताकर बेचा, वह बाद में साधारण घोड़ा निकला, जिसे रंगकर काला बना दिया गया था. संगरूर जिले के सुनाम कस्बे के कपड़ा व्यापारी रमेश कुमार ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि उन्हें मारवाड़ी नस्ल का काला घोड़ा बेचने के बहाने घोड़ा व्यापारियों जतिंदर पाल सिंह सेखों, लखविंदर सिंह और लछरा खान ने कथित तौर पर ठग लिया. ऐसी ही एक और घटना में अच्छी नस्ल का बता दिया गया घटिया घोड़ा.
शिकायतकर्ता के मुताबिक उसने उक्त आरोपियों से 22 लाख 65 हजार रुपये में एक घोड़ा खरीदा था. सौदे के लिए 7 लाख 65 हजार नकद व बाकी राशी दो चेकों के माध्यम से अदा की गई इस घोड़े का सौदा लचरा खान द्वारा करवाया गया था. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने घोड़े को नहलाया, तो रंग धुल गया और घोड़े का असली भूरा रंग सामने आ गया. कुमार ने स्टड फार्म शुरू करने के लिए काले घोड़े में ज्यादा पैसा लगाया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने नकली नस्ल के घोड़े बेचकर अन्य आठ लोगों को भी ठगा था.
थाना चीमा में दर्ज दूसरे मामले के अनुसार वासू शर्मा मोगा ने पुलिस को बताया कि वह स्टड फार्म के लिए घोड़े खरीदता व बेचता रहता है. उसे घोड़ों के दलाल विक्की व बग्गा ने बताया कि सुखचैन सिंह, बिदर सिंह पुत्र लक्खा सिंह निवासी झाड़ो के पास मारवाड़ी घोड़ा और फरमान सिंह संधू पुत्र जोरा सिंह निवासी अताला के पास नुकरा घोड़ा है, जो बेचने के लिए तैयार हैं. जब वह सुखचैन सिंह के घर गया तो उन्होंने सु्खचैन सिंह का मारवाड़ी घोड़ा कहकर दिखाया. फिर फरमान सिंह ने वीडियों में अपना घोड़ा नुकरा कहकर दिखाया और यह भी कहा कि उक्त घोड़ा बेताब का भाई व रौली वाली ब्लड लाईन से है. इन सब खूबियों के कारण उनका सौदा 37 लाख 41 हजार रुपये में हो गया. हालांकि जो घोड़े भेजे गए वह उस नस्ल के नहीं निकले.
HIGHLIGHTS
- दो अलग मामलों में अच्छी नस्ल के घोड़ों का सौदा
- बाद में घोड़े निकले नकली, लाखों की हो गई ठगी