12 साल के एक बच्चे के लिए भारत और पाकिस्तान ने सरहद की दीवारें तोड़ दी. उस बच्चे की परेशानी को देखते हुए दोनों की देशों ने प्रोटोकॉल की परवाह नहीं की. बच्चे की मदद के लिए दोनों देश आगे आए और बच्चा ऑपरेशन के लिए नोएडा के एक हॉस्पीटल पहुंचा. यहां सफल ऑपरेशन के बाद वह सकुशल पाकिस्तान के लिए रवाना हो गया.
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एक तरफ दुनिया भर में कोरोना के पीड़ितों के मामले सामने आने के कारण हाहाकार मचा हुआ है. तो दूसरी तरफ दिल का राहत देने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद शायद ही कोई दिन ऐसा बीता हो, जब भारत-पाकिस्तान के बीच गोलीबारी की खबरें न मिली हों. इसके बाद एक ऐसी खबर भी सामने आई है जिसे सुनकर आपको कुछ राहत जरूर मिलेगी. लेकिन पिछले हफ्ते अटारी बॉर्डर पर भारत-पाकिस्तान दोनों देशों की सरकार ने एक 12 साल के लड़के के लिए सारे प्रोटोकॉल तोड़ दिए. दोनों देशों ने सारी दुश्मनी भुला दी.
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दरअसल, पाकिस्तान का 12 साल का साबीह शिराज हार्ट की सर्जरी के लिए पिछले महीने नोएडा स्थित जेपी अस्पताल आया. साबीह कराची का रहने वाला है. 18 फरवरी को वह अपने माता-पिता के साथ नोएडा पहुंचा. 25 फरवरी को उसकी सर्जरी की गई. सर्जरी के बाद उसे 16 मार्च तक ऑब्जर्वेशन के लिए अस्पताल में ही रखा गया. 18 मार्च को साबीह को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. उसके बाद तीनों अस्पताल से अटारी बॉर्डर पहुंचे. लेकिन अटारी से पाकिस्तान पहुंचने में साबीह और उनके परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
Source : News State