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इस ग्रह पर पानी की नहीं बल्कि होती है पत्थरों की बारिश, चलती हैं तूफानी हवाएं

Mysterious Planet: नेचर जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद WASP-178b नाम के एक ग्रह को देखा गया.

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Suhel Khan
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Planets( Photo Credit : Social Media)

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Mysterious Planet: कुछ साल पहले वैज्ञानिकों ने दो ग्रहों की खोज की जो काफी रहस्यमयी थे यानी ये ग्रह बाकी ग्रहों के अलग थे. इनका आकार गुरु ग्रह के बराबर है. यह दोनों ग्रह हमारे मिल्की वे गैलेक्सी में अपने तारे के पास मौजूद हैं. बताया जाता है कि ये दोनों ग्रह तारे के इतने नजदीक हैं कि ज्यादा तापमान की वजह से वे गर्म हो जाते हैं उसके बाद इनमें से एक ग्रह पर वाष्पीकृत पत्थरों की बारिश होने लगती है. वहीं दूसरे पर टाइटेनियम जैसी शक्तिशाली धातु भी वाष्प बन जाती है, ये दोनों क्रियाएं उन ग्रहों के ज्यादा तापमान की वजह से होती हैं. वैज्ञानिकों ने दो स्टडी में इन दोनों ग्रहों के बारे में जानकारी दी थी.

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1300 प्रकाश वर्ष दूर हैं ये ग्रह

ऐसा माना जाता है कि वैज्ञानिक आकाशगंगा में फैली विविधता, जटिलता और अनोखे रहस्यों के बारे में इन ग्रहों के जरिए पता लगा सकते हैं. यही नहीं बाह्यग्रहों से ब्रह्माण्ड में ग्रहों के तंत्र में विकसित होने की विविधता के बारे में इनसे पता लगाया जा सकता है. नेचर जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप के माध्यम से धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद WASP-178b नाम के एक ग्रह को देखा गया. बता दें कि इस ग्रह को जहां देखा गया है वहां के वायुमंडल में सिलिकॉन मोनोऑक्साइड गैस मौजूद है.

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दिन में नहीं होते बादल, रात में चलती हैं तूफानी हवाएं

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस रहस्यमयी ग्रह पर दिन में बादल नहीं होते, लेकिन रात में दो हजार मील प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलती हैं. ये ग्रह अपने तारे के बेहद नजदीक मौजूद है. इसके साथ ही इस ग्रह का एक हिस्सा अपने तारे की तरफ हमेशा रहता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह के दूसरी ओर सिलिकॉन मोनऑक्साइड का इतनी ठंडी हो जाती है जिसकी वजह से बादल से पानी की जगह पत्थरों की बारिश होने लगती है.

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सुबह-शाम में भाप बन जाते हैं पत्थर

यही नहीं इस ग्रह पर सुबह और शाम को तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है. जिसके चलते पत्थर भी भाप बन जाते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, पहली बार सिलिकॉन मोनोऑक्साइड को इस रूप में देखा गया. एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में दूसरी स्टडी प्रकाशित की गई जिसमें कहा कहा गया कि एक बेहद गर्म ग्रह के बारे पता चला है. जिसके बाह्यग्रह का नाम KELT-20b है जो 400 प्रकाशवर्ष दूर मौजूद है.

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Source : News Nation Bureau

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