Advertisment

जानिए आखिर क्यों डॉक्टर ने दो युवकों को लिख दिया, 'करवाएं' प्रेग्नेंसी टेस्ट

झारखंड में घोर लापरवाही को सामने लाती इस घटना में पेट दर्द से जूझ रहे दो युवकों से सरकार डॉक्टर ने प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने को कह दिया. यह मामला सिमरिया स्थित अस्पताल से जुड़ा है

author-image
Nihar Saxena
New Update
जानिए आखिर क्यों डॉक्टर ने दो युवकों को लिख दिया, 'करवाएं' प्रेग्नेंसी टेस्ट

सांकेतिक चित्र( Photo Credit : (फाइल फोटो))

Advertisment

देश की स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा को सामने लाता इससे बढ़िया उदाहरण और कुछ नहीं हो सकता. झारखंड में घोर लापरवाही को सामने लाती इस घटना में पेट दर्द से जूझ रहे दो युवकों से सरकार डॉक्टर ने प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने को कह दिया. यह मामला सिमरिया स्थित अस्पताल से जुड़ा है और बीती एक अक्टूबर का बताया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः अयोध्या मामला: मुस्लिम पक्ष ने लगाया सुप्रीम कोर्ट पर पक्षपात का आरोप, कहा- सारे सवाल हम से ही क्यों

परिजन ले गए थे पेट दर्द का इलाज कराने
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक अक्टूबर को युवकों के परिजन उन्हें पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. वहां डॉ मुकेश ने प्रारंभिक मुआयने के बाद एचआईवी, एचबीए, एचसीवी, सीबीसी, एचएच-2 और एएनसी टेस्ट कराने को कह दिया. डॉक्टर द्वारा बताए गए ढेर सारे टेस्टों में एएनसी टेस्ट गर्भवस्था की पड़ताल करने के लिए किया जाता है.

यह भी पढ़ेंः वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण के पति कर रहे मनमोहन सिंह का गुणगान, जानें क्‍यों

लैब असिस्टेंट ने बताया टेस्ट का सच
जिन दो युवकों से एएनसी टेस्ट कराने को कहा गया उनके नाम हैं गोपाल गंझू (22 साल) और कामेश्वर गंझू (26 साल). मामले का रोचक पहलू यह है कि दोनों युवक कराए जाने वाले टेस्ट की सूची लेकर पैथोलॉजी लैब पहुंच भी गए. वहां लैब असिस्टेंट ने उन्हें बताया कि एएनसी टेस्ट तो महिलाओं का होता है ताकि पता लगाया जा सके कि वे गर्भवती हैं या नहीं. इसके बाद दोनों युवक वापस गांव पहुंचे और चर्चा के बाद यह खबर फैलनी शुरू हो गई.

यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान है आतंकवाद का जनक, आतंकी विचारधारा खत्म करने को डोभाल ने दिखाया रास्ता

डॉक्टर ने बताई बदनाम करने की साजिश
हालांकि डॉ मुकेश ने दोनों युवकों को एएनसी टेस्ट लिखने से इंकार किया है. डॉक्टर का कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए ही इस तरह की बातें फैलाई जा रही हैं. उनका कहना है कि पर्चे में उस टेस्ट की लिखी राइटिंग उनकी नहीं हैं. हालांकि झारखंड की इस घटना के चर्चे और राज्य के बाहर भी हो रहे हैं.

HIGHLIGHTS

  • झारखंड के सिमरिया स्थित अस्पताल की घटना के चर्चे.
  • पेट दर्द का इलाज कराने पहुंचे युवकों को लिखा प्रेग्नेंसी टेस्ट.
  • डॉक्टर ने कहा बदनाम करने की हो रही है साजिश.
Jharkhand government hospital stomach ache Pregnancy Test
Advertisment
Advertisment
Advertisment