देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना (COVID-19) से कोहराम मचा हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर से लोग इतने डर गए हैं कि वे अपने पड़ोसियों से भी दूरी बना चुके हैं. कानपुर के घाटमपुर में एक ऐसा दर्दनाक मामला देखने को मिला, जिसे देखकर लोगों के आंसू निकल आए. कानपुर के घाटमपुर में वृद्ध दंपती ने अपने घर में दम तोड़ दिया. जिसका उनके पड़ोसियों को भी 4 दिन बाद पता चला. दरअसल वृद्ध दंपती को कुछ दिनों से खांसी आने लगी थी, जिसके बाद पड़ोसियों ने उनसे दूरी बना ली. 4-5 दिन तक बाद वृद्ध दंपती के शव घर में मिले.
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ये पूरा मामला घाटमपुर के हथेरुआ गांव का है. यहां मुरली संखवार (80) अपनी पत्नी रामदेवी (75) के साथ रहते थे. उनका बेटा बिहारी गांव के बाहर एक आश्रम में रहता है. बिहारी की पत्नी बेटे अरविंद और बहू साधना के साथ गांव में दूसरे घर में रहती है. दोनों घर की दूरी करीब एक किलोमीटर है. साधना ने बताया कि बाबा मुरली और दादी रामदेवी को पांच दिन पहले बुखार आया था और खांसी भी आ रही थी. वह उसी दिन देखने आई थी. उस दिन बीमारी की वजह से उन्होंने खाना भी नहीं खाया था, इसके बाद दोबारा वह नहीं आई. बीते चार दिन से उनके घर कोई नहीं गया था.
वृद्ध दंपती भी 4 दिन से घर से बाहर नहीं निकला था. मंगलवार सुबह साधना फिर पहुंची तो घर का अंदर से दरवाजा बंद था. काफी देर बुलाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी लड़के दीवार फांदकर अंदर दाखिल हुए. दरवाजा खोलकर गांव वाले घर में दाखिल हुए तो सन्न रह गए. चारपाई पर मुरली का शव पड़ा था और कुछ दूरी पानी का बर्तन हाथ में लिए रामदेवी की लाश पड़ी थी.
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लोग जब वृद्ध दंपती के घर के अंदर पहुंचे तो चूल्हे ने उनकी दर्दनाक मौत की हकीकत बयां की जिसे देखने के बाद लोगों के आंसू निकल आए. मृतक महिला के हाथ में पानी का बर्तन था और घर का चूल्हा एकदम साफ था. चूल्हे को देखकर साफ लग रहा था कि घर में कई दिनों से खाना नहीं बना था. बीमारी में वृद्ध दंपती पानी पीकर ही गुजारा कर रहे थे. इसीलिए महिला के हाथ में अंतिम समय भी पानी का बर्तन पकड़ रखा था.
HIGHLIGHTS
- 15 दिन से बीमार थे वृद्ध दंपती
- एक हफ्ते से आ रही थी खांसी और बुखार
- लोगों ने कोरोना के डर से नहीं ली कोई खबर