सोया प्रोडक्ट, पौधों और ड्राई फ्रूट्स से बनाए जाने वाले दूध यानी Vegan Milk के मुद्दे पर दुनियाभर में जानवरों के संरक्षण को लेकर काम करने वाली वैश्विक संस्था पेटा इंडिया (PETA India) और देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल (Amul) के बीच विवाद बढ़ गया है. बता दें कि पेटा ने अमूल को सोया प्रोडक्ट, पौधों और ड्राई फ्रूट्स से बनाए जाने वाले दूध के उत्पादन पर विचार करने का सुझाव दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमूल ने इस सुझाव के विरोध में पेटा से कई सवाल पूछे हैं और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखकर पेटा इंडिया के ऊपर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है.
वीगन मिल्क पर मचे घमासान के बीच जानिए कि गाय का दूध हमारे लिए महत्वपूर्ण क्यों है. हमारे धर्मग्रंथों में गाय के दूध के इस्तेमाल पर जोर क्यों दिया गया है और गाय के दूध के इस्तेमाल पर क्या कहते हैं धर्मग्रंथ. गाय के दूध को अमृत सामान माना गया है. भारत समेत विश्व के कई देशों में लोग रोजाना दूध पीते हैं. आयुर्वेद में भी दूध के कई गुणों का वर्णन मिलता है. शिशुओं के लिए गाय के दूध को सर्वोतम आहार माना गया है.
अन्य जानवरों के दूध की तुलना में गाय के दूध को सबसे ज्यादा पौष्टिक माना गया है. गाय के दूध के इन फायदों के कारण ही गावों के अधिकांश घरों में आज भी लोग गाय पालते हैं. जो गायें जंगल में चरती हैं और जड़ी बूटियां व तमाम किस्म की वनस्पतियाँ खाती हैं. उन गायों का दूध सबसे ज्यादा पौष्टिक होता है. आयुर्वेद में इन गायों के दूध को दिव्य अमृत कहा गया है.
आयुर्वेद के अनुसार गाय का दूध वात और पित्त दोष को शांत करता है. इसमें जीवन शक्ति बढ़ाने वाले और बुढ़ापे में होने वाले रोगों को दूर करने की शक्ति होती है. गाय के दूध के नियमित सेवन से कई प्रकार के समस्याओं में हमें लाभ मिलता है. गाय के दूध के रोजाना इस्तेमाल से थकावट कम होती है. इससे अधिक प्यास लगने की समस्या भी कम हो जाती है. वहीँ शरीर के किसी अंग से रक्तस्राव होना भी कम हो जाता है. मां के दूध के बाद गाय के दूध को ही शिशुओं के लिए सबसे लाभकारी आहार बताया गया है
Source : News Nation Bureau