किस्मत कभी मिनटों में राजा को फकीर बना देती है तो कभी चुटकियों में करोड़पति बना देती है. ऐसे ही किस्मत पलटी है महाराष्ट्र के मछुआरे की. गरीबी में जिंदगी बिता रहे इस मछुआरे के 157 मछलियां 1.33 करोड़ रुपये में बिक गई हैं. अब यह मछुआरा करोड़पति बनकर मीडिया और सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. यह मछुआरा है महाराष्ट्र का चंद्रकांत तरे. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि महज डेढ सौ मछलियां करोड़ों में बिक गईं. आखिर उनमें ऐसा खास क्या था तो चलिए हम बताते हैं आपको पूरा मामला. चंद्रकांत तरे महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं. वह समुद्र से मछलियां पकड़कर बेचते और उससे जीवन यापन करते हैं. कुछ दिन पहले वह मछलियां पकड़ने गए तो नाव लेकर काफी अंदर तक पहुंच गए. वहां, उन्हें समुद्र में 157 घोल मछलियां मिल गईं. यह मछलियां बेहद कीमती होती हैं. यह मछलियां औषधीय गुण वाली मानी जाती हैं और इंडोनेशिया, थाईलैंड, हांगकांग, सिंगापुर जैसे देशों में इनकी काफी मांग रहती है. इसका उपयोग दवा कंपनिया गलने योग्य टांके बनाने में करती हैं. यह मछलियां काफी मुश्किल से मिलती हैं.
चंद्रकांत को जैसे ही यह मछलियां मिलीं. चंद्रकांत तरे और उनके बेटे सोमनाथ तरे ने इन्हें संभाल कर रख लिया. इसके बाद पालघर के हार्बे में आक्शन यानी नीलामी की गई. वहां उत्तर प्रदेश और बिहार से आए व्यापारियों ने इन मछलियां को 1.33 करोड़ रुपये में खरीद लिया. इस तरह उन्हें एक मछली की कीमत लगभग 85 हजार रुपये मिली. आपको यह भी बता दें कि घोल मछलियों का नाम सी गोल्ड भी है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह सोने से भी ज्यादा कीमत पर बिकती हैं. इन्हें ढूंढ पाना काफी मुश्किल होता है. खासतौर से सागर किनारे होने वाले प्रदूषण के कारण यह मछलियां किनारे पर नहीं आतीं. काफी अंदर जाने पर ही यह मिल पाती हैं.
वहीं, रातोंरात करोड़पति हो जाने पर हर ओर चंद्रकांत की हर ओर चर्चा हो रही है. क्षेत्र के लोग चंद्रकांत की किस्मत खुलने की चर्चा कर रहे हैं. चंद्रकांत के घर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा हुआ है. पूरे घर में जश्न का माहौल है. तमाम लोग आकर बधाईयां दे रहे हैं.
Source : News Nation Bureau