मैसूर में एक स्ट्रीट डॉग के साथ रेप का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में सोम शेखर नामके एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. पीपुल फॉर एनिमल ऑर्गनाइजेशन के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर हरीश केबी ने वीवी पुरम पुलिस स्टेशन में 15 फरवरी को एक शिकायत दर्ज करवाई थी. उन्होंने इस शिकायत में ये आरोप लगाया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक आवारा कुत्ते का रेप किया है. पुलिस ने मामला दर्ज किया और आईपीसी की धारा 377 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम यू / एस 11 (1) (ए) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है. हरीश केबी द्वारा सबूत के तौर पर दिखाए गए वीडियो की मदद से पुलिस ने कुत्ते के साथ रेप के आरोपी को सोमशेखर को गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसा नहीं है कि ये मामला पहली बार सुनने में आया हो. आपको बता दें कि इसक पहले भी देश के कई राज्यों से इस तरह पशुओं के साथ हुई क्रूरता के मामले सामने आ चुके हैं. आपको बता दें कि इसके पहले युपी में कुतिया से रेप की बात मीडिया में आई थी तो वहीं गुजरात में गाय से रेप की खबर आई थी. कुछ मानसिक विक्रत इंसान जो जानवरों से भी बदतर सोच लिए होते हैं वो ऐसे कामों को लगातार अंजाम दे रहे हैं. ऐसे इंसान दुनिया में हर जगह पर मौजूद हैं. आइए आपको बताते हैं देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद ऐसे लोगों को क्या कहते हैं.
मानसिक विकृत के लोग नाबालिग बच्चियों को बनाते हैं शिकार
अगर हम ऐसी शर्मनाक घटनाओं पर ध्यान दें तो यही लगता है कि ऐसे लोग मानसिक विकृति की सारी हदें पार कर चुके होते हैं. ऐसे लोगों के भीतर बलात्कारी प्रवृतियां इस कदर अपनी जड़ें जमा चुकी थी कि उन्हें अपनी हवस बुझाने के लिए बस एक ‘मादा’ की तलाश थी. चाहे वो चौपाया जानवर ही क्यों ना हो. ऐसी विकृत मानसिकता वाले लोग एक साल, दो साल या तीन साल की मासूम बच्चियों के साथ रेप करने से भी नहीं चूकते हैं.ऐसे बलात्कारियों के लिए साठ-सत्तर साल की महिला भी एक शिकार की तरह होती है और साल दो साल की दुधमुंही बच्ची भी.
ऐसे मानसिक विकृति के लोगों को पैराफीलिया कहा जाता है
जानवरों और इंसानों के बीच बने अप्राकृतिक संबंधों को बिस्टैलिटी (bestiality) या जूफीलिया (zoophilia) कहते हैं. ऐसे इंसानों को जो ऐसा करते हैं उन्हें जूफिलीज (zoophiles) कहा जाता है. दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या बहुत कम है लेकिन ये भी सच है कि ऐसे काम आज कोई नये नहीं हैं ऐसी नीचता तो हजारों सालों से होती आ रही हैं. अमेरिकन साइकिएट्रिक असोसिएशन के ICD-10 और DSM-V के मुताबिक ये एक मानसिक विकार है जिसे पैराफीलिया कहा जाता है. थाइलैंड, फिनलैंड, मैक्सिको, हंगरी, रोमानिया और ब्राजील में बिस्टैलिटी (bestiality) को वैध माना गया है. और बाकी देशों में इसके खिलाफ अलग कानून और कायदे हैं.
हैदराबाद में कुतिया की हत्या के बाद रेप
अभी 4-5 साल पहले की बात है जब दिल्ली का एक युवक घूमने के लिए हैदराबाद गया और वहां रात में अपने दोस्तों के साथ जमकर शराब पी और अपनी हवस मिटाने के लिए उसने एक गर्भवती कुतिया की हत्या कर दी और उसके साथ रेप किया. हालांकि इस लड़के को गिरफ्तार भी कर लिया गया था.
गुजरात के वड़ोदरा में गाय का यौन उत्पीड़न
साल 2015 में गुजरात के वडोदरा में एक गांव से भी ऐसी ही वहशियाना हरकत वाली खबर भी आई थी. इस गांव में कुछ लोगों ने एक गाय के चारो पैर बांध कर अमानवीय हरकतें की और फिर गाय का रेप भी किया. इस दौरान गाय के गले में रस्सी फंस जाने की वजह से मौत भी हो गई. इस कुकृत्य में रतेड़िया नाम के व्यक्ति के साथ कुछ और लोग शामिल थे.
राजस्थान में भैंस के साथ यौनाचार
राजस्थान के सीकर में पशुओं के साथ ऐसी ही अमानवीय घटना साल 2012 में सामने आई थी. यहां पर एक व्यक्ति ने भैस के साथ ही यौनाचार किया था जिसके बाद इस शख्स की गिरफ्तारी हुई और मुकदमा भी चलाया गया. अदालत में सुनवाई के दौरान इस व्यक्ति को स्थानीय अदालत धारा 377 के तहत गुनाहगार मानते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी.
मध्य प्रदेश में हुआ था गाय से रेप
मध्य प्रदेश के बैतूल में भी गाय से अमानवीय हरकत की गई थी. ये घटना साल 2016 की है जब एक शख्स को अपनी गाय से रेप के मामले में गिरफ्तार किया गया था और उस पर धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया गया था. वहीं मध्य प्रदेश के बालाघाट में भी साल 2013 में एक ऐसी ही घटना सामने आई थी. यह इस कुकर्म के बाद भीड़ के हाथों बुरी तरह पीटा गया था जिसके बाद किसी तरह से इसकी जान बची थी. बाद में उसने कबूला कि पत्नी से अलगाव होने के बाद से वो गाय के साथ घिनौनी हरकत कर रहा था.
Source : News Nation Bureau