Man Left Job Of 82 Lakhs Became Sweeper: दुनिया में हर शख्स को एक अच्छी नौकरी की तलाश होती है. इसके लिए लोग अच्छी शिक्षा और डिग्राी के साथ अलग- अलग कंपनियों का भी रुख करते हैं ताकि उन्हें अच्छी सैलरी पे हो. वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो किसी मजबूरीवश अच्छी शिक्षा के अभाव में रहते हैं. अंत में पेट पालने और परिवार की जिम्मेदारी निभाने के लिए किसी भी तरह का काम करने के लिए तैयार रहते हैं. लेकिन क्या हो जब एक शख्स परिवार की जिम्मेदारी सर होने के बावजूद लाखों रुपये की नौकरी ठुकरा कर एक सफाईकर्मी बन जाए. ये बात समझ से थोड़ी परे लग सकती है क्योंकि हर किसी को अपना रुतबा प्यारा होता है. ऐसे में जिंदगी में पैसे से प्यारी भला क्या चीज हो सकती है.
दरअसल ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले पॉल ने अपनी जिंदगी में पैसे को अहमियत ना देकर जिंदगी के सुकून को अहमियत देना बेहतर समझा. 45 साल के पॉल चार बच्चों के पिता हैं और उन्होंने हाल ही में अपनी 82 लाख रुपये की नौकरी को ठुकरा दिया है. वे मैक्डोनाल्ड में एक स्वीपर बन कर अपना जीवन बिता रहे हैं. नई नौकरी में वह नाइट शिफ्ट में काम करते हैं. हैरानी वाली बात तो ये कि पॉल अपनी नई नौकरी और कम सैलरी के साथ भी बेहद खुश हैं.
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जी का जंजाल बन रही थी नौकरी
दरअसल पॉल इससे पहले एक कॉरपोरेट कंपनी में जॉब करते थे. उनका काम लोगों को मैनेज करना होता है. पॉल को इस काम में 82 लाख रुपये की सैलरी मिलती थी. उनके जॉब रोल में दिनभर मीटिंग का होना होता था. जो उनके लिए मेंटल स्ट्रेस का कारण बनता जा रहा था. जिसके बाद एक दिन पॉल ने तय कर लिया कि वह जॉब छोड़ देंगे और जिंदगी का सुकून पाएंगे. पॉल ने जॉब छोड़ दी जिसके बाद उन्होंने ऐसी नौकरी की तलाश शुरू कर दी जिसमें इस तरह का वर्क लोड नहीं था. उन्होंने स्वीपर के लिए अप्लाई किया और उन्हें कड़ी मश्शकत के बाद नौकरी मिल भी गई. पॉल अपनी नई नौकरी से बेहद खुश हैं क्यों कि उन्हें अब अपने बच्चों के साथ भी पूरा समय मिल पाता है. वहीं स्वीपर की नौकरी उन्हीं काफी आसान लग रही है. पॉल को नई नौकरी में अपनी पुरानी नौकरी से आधी सैलरी मिलती है फिर भी वह इस सैलरी में जिंदगी की मौज में हैं.
HIGHLIGHTS
- नौकरी में रोज रोज की मीटिंग बन रही थी सिरदर्द
- नए काम में मिल पाता है फैमिली के साथ पूरा टाइम
Source : Shivani Kotnala