कोरोना संक्रमण के कारण बीते साल देशव्यापी वॉकडाउन के दौरान सैकड़ों मील दूर अपने घरों की ओर पैदल निकले प्रवासी मजदूरों की बेबसी भरी तस्वीरें लोगों के जेहन में अभी भी ताजा ही होंगी. इस साल भी कोविड की दूसरी लहर ने तमाम प्रदेशों को आंशिक लॉकडाउन या कर्फ्यू लगाने को मजबूर कर दिया है. केरल भी ऐसा ही एक प्रदेश है जो कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए पाबंदियों का इस्तेमाल कर रहा है. हालांकि इस कारण लगाए गए लॉकडाउन में एक ऐसी घटना सामने आई है, जो हंसाती तो है, लेकिन मानवीय पहलुओं को भी सामने लाती है.
मामला कुछ यू है कि लॉकडाउन में परिवार तक पहुंचने का जब कोई साधन नहीं मिला तो 30 साल के एक शख्स ने एक बस ही चुरा ली, लेकिन अफसोस मंजिल तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसका प्लान नाकाम हो गया. फिलहाल दिनूप नाम का यह शख्स जेल में है. पुलिस के अनुसार, दिनूप ने शनिवार की रात को कोझीकोड़ में बस स्टैंड से प्राइवेट बस चुरा ली, लेकिन रविवार सुबह कुमारकोम क्षेत्र में वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. बाद में उसे जुडिशल कस्टडी में पुलिस को सौंप दिया गया।
दिनूप ने पुलिस को बताया कि वह पथनमथिट्टा जिले के तिरुवला में रह रही अपनी पत्नी और बच्चे से मिलना चाहता था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह कोझीकोड़ से 270 किलोमीटर दूर तिरुवला नहीं पहुंच पा रहा था. ऐसे में उसे कुट्टियाडी पुलिस स्टेशन के इलाके में एक प्राइवेट बस दिखाई दी जिसके आसपास कोई नहीं था. दिनूप बस में घुस गया और किसी तरह उसे स्टार्ट कर लिया. बस में डीजल फुल था इसलिए वह अपनी मंजिल की ओर निकल पड़ा. रात में दो जगह उसे पुलिस ने रोका तो उसने बताया कि वह पथनमथिट्टा से प्रवासी मजदूरों को लेने जा रहा है. पुलिस ने उसकी बात पर भरोसा कर लिया.
कोझीकोड़ से ओ वह मलप्पुरम, त्रिशूर, एर्नाकुलम पार कर गया इसके बाद वह कोट्टायम जिले में पहुंचा, लेकिन जैसे ही वह टूरिस्टों के बीच मशहूर कुमारकोम में दाखिल हुआ पुलिस ने उसे पकड़ लिया. अधिकारियों ने बताया कि कुट्टियाडी से पुलिस आकर दिनूप और बस दोनों को ले गई है.
HIGHLIGHTS
- पत्नी-बच्चों से मिलने की चाह में चुरा ली बस
- केरल में लॉकडाउन के चलते नहीं जा पा रहा था घर
- प्रवासी मजदूरों के लेने जा रहा है का बनाया बहाना