मध्य प्रदेश के खरगोन में कर्फ्यू ने लोगों की जिंदगी पूरी तरह बदल कर रख दी है. लोग अपने-अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं. इस बीच एक युवक ने पहले से तय तारीख पर सादगी के साथ शादी रचा कर मिसाल पेश की है. कर्फ्यू की वजह से सभी तरह के रस्म ओ रिवाज़ और बारात के बिना युवक मोटरसाइकिल से जाकर शादी की रस्म अंजाम देने के बाद दुल्हन को लेकर घर पहुंचा.
दरअसल, तोताराम नागराज ने अपनी पुत्री दीपिका की शादी लखन भाल से तय कर रखी थी. इस बीच सांप्रदायिक दंगा होने की वजह से इलाके में कर्फ्यू लगने से शादी पर संकट के बादल मंडराने लगे थे. लेकिन परिवार नहीं चाहता था कि कर्फ्यू की वजह से शादी को महीनों आगे बढ़ाया जाए. इसलिए दोनों परिवारों की रजामंदी से पहले से तय तारीख पर ही शादी करने का फैसला लिया गया. लेकिन इलाके में कर्फ्यू होने की वजह से इस शादी में न तो बैंड बजा, न कोई बारात निकली और न ही दुल्हन की पारंपरिक विदाई हुई. इलाके में कर्फ्यू होने की वजह से शादी के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को बाइक पर अपने घर ले गया.
सादगीपूर्ण रही शादी
शादी समारोह पूरी तरह सादगीपूर्ण रहा. शादी समारोह के दौरान न तो धूमधाम से बैंड बजा, न कोई बारात निकली और न ही जोरदार विदाई हुई. इस सादगीपूर्ण शादी में केवल दोनों परिवार के लोग ही शामिल हुए. शादी के सूना रहने पर वर-वधू के परिजनों ने बताया कि कर्फ्यू के चलते शादी की 4 महीने से चली आ रही तैयारियों पर पानी फिर गया. उन्होंने बताया कि एडवांस देने के बाद भी शादी में दूल्हा-दुल्हन को बिना घोड़ी के आना पड़ा. दुल्हन की विदाई भी दूल्हा अपनी बाइक से ले गया.
दूल्हा-दुल्हन को नहीं हुआ खुशी का एहसास
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए दूल्हा लखन ने बताया कि शादी में वाकई यह बुरा लग रहा है कि कोई भी मेहमान शामिल नहीं हो सके. उन्होंने बताया कि हमारी तैयारियां तो पूरी थीं, लेकिन ये शादी मजबूरी में करनी पड़ी. वहीं, दुल्हन दीपिका ने बताया कि मुझे शादी की इतनी खुशी नहीं हो रही, कितनी होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि जितना सोच रखा था और कितना तैयारियां कर रखीं थीं, सब बेकार हो गया. दुल्हन दीपिका ने बताया कि ये शादी जरा हटकर हुई. मुझे इस बात का अफसोस है कि मेरी शादी में सहेलियां और रिश्तेदार शामिल नहीं हो सके.
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रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि खरगोन में रामनवमी के जुलूस पर यहां सांप्रदायिक तनाव फैल गया था. आरोप है कि भड़काऊ नारे के बाद एक समुदाय ने 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस पर पत्थरबाजी कर दी थी. इसके बाद देखते ही देखते इलाके में आगजनी और उपद्रव व तोड़फोड़ की घटनाएं शुरू हो गई. इसके बाद पुलिस ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया था.
HIGHLIGHTS
- कर्फ्यू की वजह से बिना शहनाई के सादगी से हुई शादी
- विवाह समारोह में शामिल नहीं हो सके रिश्तेदार
- दूल्हा-दूल्हन बोले, नहीं हुआ खुशी का एहसास