प्रकृति से प्रेम करने वाले सदैव इसकी सुंदरता में अपना योगदान देते रहते हैं. हमने ऐसी तमाम कहानियां और खबरें पढ़ी होगी, जिसमें पेड़-पौधों से लोग अपने बच्चे की तरह प्यार करते हैं. इतना ही नहीं प्रकृति के प्रति वो अपनी जिंदगी तक समर्पित कर देते हैं. ऐसे लोगों का जीवन का मकसद ही होता है कई तरह के पेड़ लगाकर प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाना. लेकिन तेजी से होते शहरीकरण के दौर में पेड़-पौधे उगाने के लिए जमीन का अभाव होने लगा है. मगर प्रकृति प्रेमियों पर ये बात लागू नहीं होता है. वो कैसे भी प्रकृति में अपना योगदान दे ही देते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने घर की छत को ही 'बगिया' बना डाला है.
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मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले एसएल द्विवेदी ने अपने घर की छत पर कई तरह के पेड़-पौधे लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने 40 प्रकार के बोनसाई पेड़ भी उगा डाला हैं. उनके ये आइडिया कहां से और कैसा आया. इस पर उन्होंने कहा कि मैं मुंबई की एक महिला से बहुत प्रेरित हुआ था, जिसने घर में 200 बोनसाई पेड़ लगाया हुआ था. एसएल द्विवेदी ने आगे कहा कि उन महिला से प्रेरित होने के बाद ही मैंने भी अपने घर में 2500 बोनसाई के पेड़ लगाएं. इस कहानी को सुनने के बाद हर किसी के मुंह से निकलेगा एमपी गजब है, सबसे अलग है.
Madhya Pradesh: A man in Jabalpur grows 40 varieties of Bonsai among other trees on his terrace
— ANI (@ANI) June 5, 2021
"I was inspired by a woman in Mumbai who had 200 bonsai trees in her house. After this, I have grown around 2,500 bonsai here," said SL Dwivedi (04.06) pic.twitter.com/cyQEE8AIfV
एसएल द्विवेदी के मुताबिक, बोनसाई के बारे में उन्हें बिल्कुल जानकारी नहीं थी. इसे उगाने से पहले उन्होंने इससे जुड़ी कई किताबें खरीदी और उसे पढ़ीं. इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे बोनसाई लगाने की शुरूआत की और फिर वो इसमें माहिर हो गए. आज उनके छत पर बोनसाई का पूरा बगिया बना हुआ है.
एसएन द्विवेदी की बोनसाई के प्रति इतनी दीवानगी है कि एक समय बगिया को तैयार करने में आर्थिक जरूरत होने पर उन्होंने गहने तक गिरवी रख दिए थे. अभी भी वह अपना ज्यादातर वक्त इन पौधों के बीच ही बिताते हैं. द्विवेदी ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद सुबह 7 से लेकर 10 बजे तक का समय पौधों की देखरेख में ही बीतता है. पत्नी नीलिमा द्विवेदी भी अपने घर के काम-काज निपटा कर पौधों की सेवा में लग जाती हैं.
एसएन द्विवेदी राज्य स्तरीय बोनसाई प्रदर्शनी, भोपाल के साथ ही दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय बोनसाई प्रदर्शनी में भी शिरकत कर चुके हैं. यही वजह है कि दिल्ली से लेकर भोपाल तक और शहर के बड़े-बड़े घरों के बोनसाई प्रेमी उनके पास बोनसाई देखने और लेने आते हैं. इतना ही नहीं वो शहर के कॉलेजों में छात्रों के प्रशिक्षण देने भी जाते हैं.
बोनसाई पेड़ लगाने के फायदे
- बोनसाई के पेड़ अपने आस पास के कार्बन डाय ऑक्साइड को सोखते हैं और ऑक्सीजन देते हैं जिस वजह से घर की हवा स्वच्छ रहती है और घर का टॉक्सिन बाहर रहता है. बोनसाई नैचुरल प्यूरिफायर की तरह काम करते हैं और स्वच्छ हवा प्रदान करते हैं.
- घर पर अगर बोनसाई पेड़ है तो खांसी, जुकाम जैसी बीमारियां आपसे दूर रहती हैं. इसके अलावा आप कई तरह की एलर्जी से भी दूर रहेंगे. ऑक्सीजन मिलने की वजह से सांस संबंधी कई बीमारियों से आप बच सकेंगे.
- बोनसाई पेड़ घर में सकारात्मक एनर्जी बनाता है जिससे आपका स्ट्रेस (Stress) कम होता है. यह आपके जीवन में शांति लाता है.
- बोनसाई के पेड़ को घर में सजावट के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.