भारत का पड़ोसी देश म्यांमार काफी बुरे समय से गुजर रहा है. म्यांमार में तख्तापलट के बाद से ही देश के हालात काफी खराब हो गए हैं. म्यांमार में सत्ता पर कब्जा जमाने वाली सेना लगातार विरोधियों का खात्मा करने में जुटी हुई है. म्यांमार की सैन्य सरकार किसी भी विरोधी को छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है. इसके बावजूद म्यांमार की सड़कों पर सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वालों की कोई कमी नहीं है. देखा जाए म्यांमार में राजनीतिक उठापटक का भारत पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ना है. हालांकि, पड़ोसी देश में जारी बवाल की वजह से आम जनता को अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है.
म्यांमार की मौजूदा परिस्थितियों की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है. पड़ोसी देश में तख्तापलट के बाद बने हालातों की वजह से वहां का व्यापार बुरी तरह से चरमरा गया है. लिहाजा, भारत में भी कुछ चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं. म्यांमार की मौजूदा परिस्थितियों की वजह से सबसे बुरा प्रभाव उड़द की कीमतों पर पड़ रही है. बता दें कि म्यांमार उड़द की दाल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. इतना ही नहीं, यह देश उड़द की दाल का सबसे बड़ा निर्यातक भी है. भारत भी बड़ी मात्रा में म्यांमार से उड़द की दाल आयात करता है. लेकिन, मौजूदा हालातों की वजह से इस दाल के आयात-निर्यात पर भी बुरा असर पड़ रहा है. लिहाजा, दाल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
उड़द की दाल महंगी होने की वजह से इसका सीधा असर हमारी जेब और फिर हमारी थाली पर भी पड़ रहा है. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के थोक बाजारों में उड़द की दाल की मौजूदा कीमत 97 रुपये से लेकर 110 रुपये प्रति किलो है. जबकि, फुटकर विक्रेता उड़द की दाल 130 रुपये के रेट से बेच रहे हैं. दिल्ली में उड़द की दाल की कीमत 123 और लखनऊ में 145 रुपये चल रही है. दाल की कीमत बढ़ने से इससे बनने वाले व्यंजनों की कीमत पर भी असर देखने को मिल रहा है. बता दें कि दक्षिण भारत के कई व्यंजन उड़द की दाल से बनाए जाते हैं, जिनमें आपका फेवरिट इडली भी शामिल है.
HIGHLIGHTS
- म्यांमार में बने हालातों से उड़द की कीमतों पर पड़ रहा बुरा असर
- उड़द की दाल से बनने वाले व्यंजनों की भी बढ़ रही है कीमतें