NASA: अमेरिकी अंतरिक्ष एंजेसी नासा लगातार ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने की कोशिश कर रही है. जिसके लिए नासा ने तमाम उपग्रह अंतरिक्ष की गहराईयों को जानने के लिए भेज रखे हैं. इन्हीं में से एक है नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप . दरअसल, नासा ने हाल ही में एक ऐसी तस्वीर शेयर की जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे. क्योंकि ये तस्वीर पृथ्वी से 1000 प्रकाशवर्ष दूर बन रहे एक नए सूरज की है. जिसे जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने खींचा है. इस तस्वीर में एक नए सूरजा का जन्म होता दिखाई दे रहा है. बता दें कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को नासा ने ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने के लिए भेजा है. जिससे आए दिन अद्भुत तस्वीरें ली जाती है.
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नासा के एक्स हैंडल से शेयर की गई तस्वीर
14 सितंबर को नासा ने एक ऐसी ही तस्वीर अपने एक्स हैंडल से शेयर की है. जिसमें तारे यानी सूरज जैसा एक खगोलीय पिंड का जन्म होता दिखाई दे रहा है. नासा ने बताया कि इस अद्भुत घटना से पता चलता है कि हजारों साल पहले जन्म के समय हमारा सूर्य कैसा नजर आता होगा. इस टेलीस्कोप ने जिस तारे की फोटो ली है वह बनने की शुरुआती प्रक्रिया है. इस नए तारे के दोनों ध्रुवों पर सुपरसोनिक स्पीड में रोशनी फूटती नजर आ रही है. इससे तारों के निर्माण की प्रक्रिया के बारे में पता चलने की उम्मीद है. नासा का कहना है कि इसके साथ ही इससे सूर्य के इतिहास के बारे में भी जानकारी मिल सकती है.
Babies, amirite? Supersonic jets of gas spew from a newborn star in this new infrared image by @NASAWebb: https://t.co/ldxuCkyYkZ
The bright regions are called Herbig-Haro objects, and they form when star particles collide with nearby gas and dust, forming intense shockwaves. pic.twitter.com/qwQfnyLyDy
— NASA (@NASA) September 14, 2023
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा शेयर की गई तस्वीर में जन्म देते तारे के चारों ओर दिखाई दे रही तेज रोशनी को हर्बीज हारो कहा जाता है. नासा के मुताबिक, यह तारा धरती से 1000 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है. जिसका जन्म पर्सियस तारामंडल में हुआ है. नासा ने तस्वीर को साझा करते हुए कहा कि अगर हम सूरज के जन्म के समय की कोई तस्वीर ले सकते तो यह कुछ ऐसा ही नजर आता. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की फोटो में एक नया जन्मता तारा दिखाई दे रहा है. ये अपने आप में पहली ऐसी तस्वीर है जिसमें किसी तारे के जन्म के समय लिया गया हो. जिसके पोल पर से सुपरसोनिक स्पीड में गैस अंतरिक्ष में डाली जा रही है. ऐसा माना जा रहा है कि ये कुछ हजार साल पुराना हो सकता है. लेकिन जब ये बड़ा होगा तो सूरज की तरह हो जाएगा.
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अभी सूरज के 8 फीसदी भार के बराबर है नए तारे का वजन
नासा के मुताबिक, नए जन्म लेते तारे के दोनों छोरों पर गैस के जेट की फूटने के बाद अंतरिक्ष में मौजूद आसपास की गैस और धूल की टक्कर होती है. हर्बीज हारो बनता है. नासा का कहना है कि यह नया तारा एक क्लास-0 प्रोस्टार है जो सिर्फ कुछ हजार साल पुराना है. इसका भार सिर्फ हमारे सूरज के आठ फीसदी भार के बराबर है, लेकिन यह धीरे-धीरे हमारे सूरज की तरह आकार ले लेगा.
2021 में भेजा था नासा ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप
बता दें कि नासा ने इस टेलीस्कोप को 25 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया था. इसके बाद इसने पिछले साल यानी 2022 में काम करना शुरू किया. जेम्स वेब टेलीस्कोप ने पहले से मौजूद कई आकाशगंगाओं के बारे में पता लगाया है. इसके साथ ही इस टेलीस्कोप ने कई ब्लैक होल्स की खोज भी की है. बता दें कि ये टेलीस्कॉप भी धरती से 15 लाख किमी दूर अंतरिक्ष के रहस्यों को उजागर करने के लिए स्थापित किया गया है.
HIGHLIGHTS
- अंतरिक्ष में जन्म ले रहा नया सूरज
- नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने ली तस्वीर
- धरती से 1000 प्रकाशवर्ष दूर है नया सूरज
Source : News Nation Bureau