इन दिनों वाराणसी रेलवे स्टेशन को बंदरों से मुक्त करने के लिए इंसान लंगूर की तरह हरकते कर रहा है दरसल उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर बंदरों के आतंक को देखते हुए कलंदर रखे जाएंगे. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने ठेके पर वाराणसी के कैंट स्टेशन कलन्दर नियुक्त किया है ये लंगूर की आवाज निकालकर स्टेशन परिसर को बंदरो से मुक्त कर रहा है देखिये ये रिपोर्ट. वर्तमान में वाराणसी के कैंट स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों और यात्री हाल में बंदरों के उत्पात से रेल कर्मियों से लेकर यात्री तक परेशान हैं.
आपको बता दें कि वाराणसी रेलवे स्टेशन पर बंदरों द्वारा आए दिन यात्रियों के सामान छीनकर भागना और काटने की शिकायतों को लेकर रेलवे प्रशासन काफी दिनों से परेशान है. उत्तर रेलवे ने इस समस्या से निजात पाने के लिए लंगूर की आवाज निकालने वाले कलंदरों को यहां नियुक्त किया है. ये वास्तव में तो इंसान होते हैं लेकिन लंगूरों के वेश में ये लंगूरों की आवाज भी निकालते रहते हैं जिसकी वजह से यहां आने वाले बंदर इन इंसान के भेष में बने लंगूरों से डर कर भाग जाते हैं.
लंगूर की आवाज में इंसान बंदर भगा रहा है यह अनूठा प्रयोग वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर शुरू किया गया है, जहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए 6 महीने के प्रयोग के तौर पर चल रहा है. स्टेशन पर बंदरों का आतंक रहता है. अक्सर ये यात्रियों पर हमला कर उसकी चीजे छीनकर भागते हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए कलंदर अपने एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर एक साथ लंगूर की आवाज निकालते हैं और पलक झपकते ही बंदर वहां से भाग खड़े होगे हैं. इससे अब यात्रियों को बंदरों की छीनाझपटी का डर नहीं सताएगा वाराणसी के रेलवे स्टेशन पर किस तरह कलन्दर बन्दरो को भगा रहे है यहाँ का जायजा लिया और कलन्दर से बात की न्यूज़ स्टेट संवादाता सुशांत मुखर्जी ने.
रेल अधिकारियों के अनुसार कलंदर बंदरों को भगाने के लिए तरह-तरह की आवाज निकालते हैं और बंदरों को पकड़ते भी है.
अपर मंडल रेल प्रबंधक बताते है की बन्दरो के बढ़ते आतंक के बीच रोज 80 हजार यात्री वाराणसी में आते पर बन्दर उन्हें परेशान न करे इसलिए 6 महीने के लिए कलन्दर नियुक्त किये गये है जो लंगूर की तरह आवाज निकालकर बन्दर भगाएंगे.
HIGHLIGHTS
- बंदरों को भगाने के लिए रेलवे ने चली ये चाल
- छ महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर रखे कार्मचारी
- ये कर्मचारी लंगूरों की आवाज निकालते हैं