खतरनाक गेम ब्लू व्हेल चैलेंज (Blue Whale) के बाद अब इंटरनेट की दुनिया में 'मोमो' (MOMO challenge) गेम युवाओं के बीच तेजी से वायरल हो रहा है। इस खेल की चपेट में आकर राजस्थान की 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। छात्रा के मोबाइल की ब्राउजर हिस्ट्री, मोमो चैलेंज गेम के नियम और शरीर पर बने निशान से इस बात की आशंका जताई गई थी। भारत में कथित तौर पर यह पहला मामला माना जाता है।
क्या है 'मोमो गेम'
ब्लू व्हेल चैलेंज की तरह ही इस गेम में भी खतरनाक टास्क या चैलेंज दिया जाता है। इस गेम में यूजर के व्हाटसअप पर एक अंजान नंबर से मैसेज भेजा जाता है। इसके बाद मोमो यूजर को जोखिम भरा चैलेंज देता है और पूरा नहीं होने पर मोमो उसे सख्त सजा देने की धमकी देता है। इससे यूजर डरकर आदेश मानने को मजबूर हो जाता है। वह मोमो की बातों में फंसकर मानसिक अवसाद में चला जाता है और जान देने को मजबूर हो जाता है।
कैसे मिलता है 'मोमो चैलेंज'
1. सबसे पहले यूजर को अज्ञात नंबर मिलता है। व्हाटसएप पर कॉन्टैक्ट नंबर सेव करने पर खतरनाक तस्वीर लगी प्रोफाइल सामने आती है।
2. नंबर सेव कर हाय-हैलो करने का चैलेंज दिया जाता है।
3. फिर उस अज्ञात नंबर पर बात करने का चैलेंज दिया जाता है।
4. आगे बढ़ते ही संदिग्ध नंबर से यूजर को डरावनी तस्वीरें और वीडियो आने लगते हैं।
5. यूजर को कुछ टास्क दिए जाते हैं, जिन्हें पूरा नहीं करने पर उसे धमकाया जाता है और धमकी से डरकर यूजर खुदकुशी करने को मजबूर हो जाता है।
मोमो चैलेंज से ऐसे रहें सावधान
- व्हाट्सएप्प नंबर किसी अज्ञात शख्स के साथ शेयर न करें।
- कोई आपको मोमो की फोटो भेजे या उससे जुड़ें कोई काम करने को कहे तो नम्बर को तुरंत ब्लॉक कर दें। पुलिस को सूचना दें।
- मोमो चैलेंज गेम खेलने वाले दोस्तों से दूर रहे।
- माता-पिता बच्चों की इंटरनेट या मोबाइल एक्टिविटी पर निगरानी रखें। कोई संदिग्ध चीज पाने पर बच्चो को तुरंत रोकें।
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बता दें कि 'मोमो चैलेंज' ने अमेरिका, अर्जेंटीना, फ्रांस, मेक्सिको और जर्मनी में सबसे ज्यादा अपने पैर पसार रखे हैं। इस गेम कारण पहली मौत अर्जेंटीना में हुई थी, जहां एक 12 साल की बच्ची ने आत्महत्या कर ली थी।
Source : News Nation Bureau