कोरोना वायरस की वजह से देश काफी संकट से जूझ रहा है. चीन के वुहान शहर से फैली इस महामारी से बचने के लिए पूरे देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के आदेश दिए गए हैं. लॉकडाउन की वजह से लोगों को अपने घरों में ही रहने की सलाह दी गई है. सरकारी फैसले के बाद अब केवल राशन, फल-सब्जी, दूध और केमिस्ट की ही दुकानें खुली हैं. इनके अलावा देशभर में सभी दुकानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. लॉकडाउन के बाद देशभर में शराब के ठेकों को भी बंद कर दिया गया है. ऐसे में नशे के लती शराब न मिलने की वजह से खुदकुशी कर रहे हैं.
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मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने दिए अजीबो-गरीब ऑर्डर
लॉकडाउन के बाद केरल में एक्यूट विदड्रॉल सिंड्रोम के मामलों में अचानक तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. एक्यूट विदड्रॉल सिंड्रोम नामक बीमारी अचानक नशा छोड़ने की वजह से होती है. इतना ही नहीं राज्य के अलग-अलग इलाकों से शराबियों द्वारा खुदकुशी के भी कई मामले सामने आ रहे हैं. इस नई मुसीबत के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को राज्य के एक्साइज विभाग को बेहद ही अजीबो-गरीब आदेश जारी किए हैं. आदेश में कहा गया है कि डॉक्टरों का प्रिस्क्रिप्शन लेकर आने वाले लोगों को शराब बेची जाए.
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मुख्यमंत्री के आदेश के खिलाफ हुए केरल के डॉक्टर
हालांकि, राज्य के डॉक्टर मुख्यमंत्री के इस अजीबो-गरीब आदेश के खिलाफ हैं. डॉक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि वे मुख्यमंत्री के आदेश से काफी नाराज हैं और वे ऐसा कभी नहीं करेंगे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मुताबकि डॉक्टरों द्वारा शराब का सेवन करने की सलाह देना कानूनन अपराध है. यदि कोई डॉक्टर किसी मरीज को शराब का सेवन करने की सलाह देता है तो ऐसी स्थिति में उनका लाइसेंस रद्द हो सकता है.
Source : News Nation Bureau