बिहार इन दिनों काफी मुसीबतों से गुजर रहा है. बिहार के लोग कोरोना वायरस के साथ-साथ भयानक बाढ़ के तांडव से भी जूझ रहे हैं. लेकिन, बिहार के छपरा जिले में कुछ ऐसा हुआ कि देखते ही देखते लोगों के दिलों-दिमाग से सिर्फ कोरोना वायरस ही नहीं बल्कि बाढ़ का खौफ भी छू-मंतर हो गया. इतना ही नहीं, सावन के पवित्र महीने में भोलेनाथ की पूजा करने वाले अच्छे-खासे पुजारी भी पलक झपकते मांसाहार बन गए. दरअसल, छपरा के दाऊदपुर के पास मुर्गों से भरे एक ट्रक का एक्सिडेंट हो गया था.
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सोमवार को मुर्गे भरकर ले जा रहे इस ट्रक का दाऊदपुर के बेलदारी के पास एक्सिडेंट हो गया था और वह एक गड्ढे में जाकर पलट गया था. मुर्गों से भरे ट्रक का एक्सिडेंट होते ही आस-पास के लोग वहां टूट पड़े और मुर्गे लूटकर भाग गए. मुर्गे लूटने के चक्कर में लोगों ने सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ा दी. जिसके हाथ में जितने मुर्गे आए, वे बिना गिनती किए लूटकर ले गए. गांव वालों ने इस बात की बिल्कुल परवाह नहीं की, कि ट्रक का ड्राइवर जिंदा है या मर गया. इतना ही नहीं, उन्होंने इस लूट से होने वाले नुकसान के बारे में भी बिल्कुल नहीं सोचा.
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बताया जा रहा है कि मुर्गों से भरा ये ट्रक हरियाणा से बिहार आ रहा था, जिसमें 1800 मुर्गे लोड थे. रास्ते में सामने से आ रही एक अन्य गाड़ी को बचाने के चक्कर में ट्रक अनियंत्रित हो गया और एक गड्ढे में जाकर पलट गया था. हालांकि, इस हादसे में किसी को कोई ज्यादा चोट नहीं आई. लेकिन, गांव वाले ट्रक में रखा एक-एक मुर्गा लूटकर ले गए.
Source : News Nation Bureau