भगवान महारानी एलिजाबेथ (Elizabeth) को लंबी उम्र दे, लेकिन ब्रिटेन ने उनके अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर ली है. वह भी तब जब हाल-फिलहाल ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि महारानी की जान पर कोई खतरा मंडरा रहा है. इसके बावजूद ब्रिटिश सरकार ने 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' प्लान तैयार कर रखा है, जो 95 साल की महारानी के निधन पर अमल में लाया जाएगा. अमेरिकी न्यूज संस्था 'पॉलिटिको' को महारानी के निधन के बाद होने वाले कार्यक्रमों के दस्तावेज मिले हैं, जिसमें 10 दिन होने वाली रवायतों का पल-पल का ब्योरा मौजूद है. यानी क्वीन के निधन के बाद क्या होगा, उनकी मृत्यु की सूचना कैसे दी जाएगी और उनका अंतिम क्रियाकर्म कैसे किया जाएगा, इससे जुड़ी रणनीति का पूरा प्लान लीक हो गया है. जाहिर है अब ब्रिटिश सरकार को इस वजह से भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.
डी-डे यानी 10 दिन की पूरी रवायतें तैयार
महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद के लीक कार्यक्रम के ब्योरे के अनुसार क्वीन के निधन वाले दिन को ब्रिटिश प्रशासन ने 'डी-डे' का नाम दिया है. महारानी की डेड बॉडी को 10 दिनों बाद दफनाने की योजना बनाई गई है. इसके पहले क्या-क्या होगा इसका पूरा ब्योरा तैयार है. योजना के मुताबिक महारानी के पुत्र और उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स ब्रिटिश साम्राज्य के चार देशों यानी इंग्लैंड, नॉर्दर्न आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स का दौरा करेंगे. महारानी का पार्थिव शरीर लंदन स्थित ब्रिटिश संसद में तीन दिन के लिए रखा जाएगा. यहीं पर उन्हें देश-विदेश के प्रमुख लोग श्रद्धांजलि देंगे. देश के आम नागरिक भी यहीं पर महारानी को अंतिम श्रद्धासुमन अर्पित कर सकेंगे. इन पूरे 10 दिन पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था कैसी रहेगी, इस पर खास ध्यान दिया गया है. महारानी के निधन और उनके अंतिम संस्कार संपन्न होने तक लंदन में खाने-पीने के सामान की कमी न हो, इसके लिए अलग से विस्तार से योजना तैयार की गई है.
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अचूक तैयारियां करने के निर्देश हैं
ऑपरेशन लंदन ब्रिज से जुड़े एक मेमो में चेतावनी दी गई है कि ब्रिटेन की राजधानी में इस दौरान लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे. ऐसे में हर स्तर पर तैयारियां अचूक होनी चाहिए. पॉलिटिको के अनुसार ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ भी महारानी के निधन को लेकर समझौता हो चुका है. इसके तहत महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार के दिन को राष्ट्रीय शोक माना जाएगा. यानी उस दिन पूरे ब्रिटिश साम्राज्य में सार्वजनिक छुट्टी रहेगी. इसके अलावा दिवंगत महारानी के लिए लंदन के सेंट पाल गिरजाघर में प्रार्थना भी बेहद खास होगी और कई खास लोग उसमें शामिल होंगे. गौरतलब है कि 2017 में ‘द गार्जियन’ ने भी ऑपरेशन लंदन ब्रिज को लेकर कई जानकारियों का खुलासा किया गया था. यह अलग बात है कि महारानी के आधिकारिक आवास बकिंघम पैलेस ने इस तरह की किसी योजना से इंकार किया है.
HIGHLIGHTS
- 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' 95 साल की महारानी के निधन पर अमल में
- क्वीन के निधन वाले दिन को ब्रिटिश प्रशासन ने डी-डे का नाम दिया
- महारानी की डेड बॉडी को 10 दिनों बाद दफनाने की योजना बनाई गई