Advertisment

न लॉकडाउन और न ही कर्फ्यू, फिर भी इस देश ने कोरोना वायरस को चटा दी धूल

द. कोरिया सरकार ने देश में कोरोना की एंट्री से पहले ही तमाम सरकारी अधिकारियों और मेडिकल कंपनियों से बातचीत कर टेस्ट किट के निर्माण के आदेश दे दिए थे.

author-image
Sunil Chaurasia
New Update
demo photo

कोरोना वायरस( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

चीन के वुहान शहर में पैदा हुए कोरोना वायरस ने कुछ ही दिनों के भीतर पूरी दुनिया में पैर पसार लिया. मौजूदा हालात ऐसे हैं कि महामारी घोषित हो चुका ये वायरस यूरोपीय देशों में जमकर तांडव मचा रहा है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए दुनिया के सभी देश दिन-रात काम कर रहे हैं, लेकिन एक देश को छोड़कर किसी अन्य देश को इसमें सफलता नहीं मिली. जी हां, चीन के ही एक पड़ोसी देश ने कोरोना वायरस पर अब लगभग विजय प्राप्त कर ली है. ये कोई और देश नहीं बल्कि दक्षिण कोरिया है. कोरोना को हराने के लिए इस देश ने कई तरह के विकल्प तैयार किए. इतना ही नहीं द. कोरिया ने यहां कोरोना के प्रवेश से पहले ही बड़े स्तर पर तैयारियां कर ली थीं.

ये भी पढ़ें- भारत के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी अब्दुल लतीफ का निधन, 1968 में बर्मा के खिलाफ किया था डेब्यू

9000 में से 3500 हजार मरीज हो चुके हैं ठीक
द. कोरिया में अभी तक कोरोना के कुल 9000 से भी ज्यादा मामले आ चुके हैं, जिनमें से करीब 3500 मरीजों को ठीक किया जा चुका है. हालांकि, यहां कोरोना से 129 लोगों की मौत हो चुकी है. द. कोरिया ने बीते कुछ दिनों में कोरोना पर जबरदस्त तरीके से कंट्रोल किया हुआ है. यही वजह है कि यहां बीते 17 दिनों में केवल 1000 नए मामले ही सामने आए है. दक्षिण कोरिया स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में इटली और स्पेन जैसे देशों से काफी पीछे है, लेकिन फिर भी यहां कोरोना को हराने के लिए जबरदस्त इंतजाम किए गए थे. जहां एक ओर दुनिया के सभी देशों ने कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन और कर्फ्यू का सहारा लिया तो वहीं दूसरी ओर द. कोरिया ने अपने देश को न तो लॉकडाउन किया और न ही यहां कर्फ्यू लगाया.

ये भी पढ़ें- टोक्यो ओलंपिक को रद्द करने की उठी मांग, जानिए क्या है वजह

सभी जगह शुरू कर दी गई थर्मल स्क्रीनिंग
द. कोरिया सरकार ने देश में कोरोना की एंट्री से पहले ही तमाम सरकारी अधिकारियों और मेडिकल कंपनियों से बातचीत कर टेस्ट किट के निर्माण के आदेश दे दिए थे. इसके बाद यहां की सरकार और अधिकारियों ने स्थिति बिगड़ने से पहले ही लोगों की जांच करनी शुरू कर दी थी. कोरोना की जांच के लिए सरकार ने देशभर में 600 से भी ज्यादा जांच केंद्र खोल दिए. इसके साथ ही द. कोरिया की लगभग सभी बिल्डिंगों, होटलों, पब्लिक प्लेस जैसी जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू कर दी. शक के दायरे में आने वाले सभी लोगों की जांच की जाने लगी और बिना देरी किए मरीजों का इलाज भी शुरू कर दिया गया.

ये भी पढ़ें- टोक्यो ओलंपिक 2020 को स्थगित करने के फैसले के समर्थन में ये भारतीय एथलीट, बताया सही निर्णय

मेडिकल एक्सपर्ट्स ने दिया गजब आइडिया
कोरोना वायरस इंसानी शरीर में उसके हाथों से प्रवेश करता है. संक्रमण के संपर्क में आए हाथ जब आंख, नाक या मुंह के संपर्क में आते हैं तो वे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. ऐसे में यहां के मेडिकल एक्सपर्ट्स ने लोगों को सलाह दी कि यदि वे दाएं हाथ से काम करते हैं तो मोबाइल चलाते हुए, दरवाजे या किसी अन्य चीज के हैंडल पकड़ते समय आदि जगहों पर बाएं हाथ का प्रयोग करें. ठीक ऐसी ही सलाह बाएं हाथ वालों को दी गई कि वे दाएं हाथ का प्रयोग करें. इन सभी आइडिया को अपनाने के बाद ही द. कोरिया ने कोरोना वायरस पर लगभग जीत दर्ज कर ली है.

Source : News Nation Bureau

corona-virus coronavirus WHO South Korea corona virus test Thermal Screening
Advertisment
Advertisment