Unknown Facts About Taj Mahal: विश्व धरोहरों में शुमार ताजमहल प्यार के दीदार के लिए जाना जाता है. इतिहास गवाह रहा कि एक मुगल बादशाह ने इस भव्य कृति को अपनी बेगम के प्यार में बनवाया था. यही वजह है कि प्यार करने वालों के लिए ताजमहल हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है. लेकिन क्या हो जब हम आपको कहें कि प्यार की मिसाल ताजमहल, दिलों को मिलाने में ही बड़ा रोड़ा बन रहा है. ये सुनकर आपका ध्यान भी एक बार के लिए खबर पर आ जाएगा. इस बात को शायद बहुत कम लोग जानते होंगे कि ताजमहल के पास रहने वाले लोगों के लिए मुगल वास्तुकला की ये धरोहर प्यार में ही एक बड़ा अभिशाप है.
पांच गांवों के लिए अभिशाप
ताजमहल को पांच गांव के लोग अभिशाप मानते हैं क्योंकि यहां के युवाओं के कुंवारे रहने की एक बड़ी वजह यह ऐतिहासिक धरोहर है. गड़ी बंगस, नगला पैमा, तल्फी नगला, अहमद बुखारी और नंगला ढ़ींग नाम के गांवो का रास्ता ताजमहल से होकर गुजरता है. यही वजह है कि इन गांवों में शिरकत करने वाले लोगों के लिए यहां आना एक मुश्किल काम है.
यह भी पढ़ेंः बिजली कटौती से हुआ घुप्प अंधेरा, इसी आपाधापी में बदल गई दुल्हनें
1992 से सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ताजमहल को सुरक्षा नगरानी में रखा गया तब से ही इस गांव के लोगों के लिए दूसरे लोगों से संबंध रिश्तेदारी एक मुश्किल प्रक्रिया बन गयी है. यहां तक कि इन गांव में आने वाले रिश्तेदारों को भी पहले सरकारी मोहर लगवानी पड़ती है. गांव में एंट्री लेने के लिए रिश्तेदारों को पहले ताजमहल से गांव के रास्तों पर बने चेक पॉइंट्स पर अपनी मौजूदगी के लिए अनुमति लेनी होती है. अनुमति लेने के बाद ही वे गांवों में एंट्री कर पाते हैं.
40 से 45 प्रतिशत युवा हैं कुंवारे
गांवो में प्रवेश लेने को एक झंझट भरी प्रकिया मान इनकी तरफ रुख करने से हर कोई कतराता है. यही वजह है कि कोई भी परिवार अपनी बेटी का रिश्ता इन गांवों में नहीं करना चाहता. जिसकी वजह से इन गांवों के 40 से 45 प्रतिशत युवा कुंवारे रह गए हैं. यहां तक कि इन गांव के लोगों को बाहर से कोई शादी ब्याह का निमंत्रण भी जल्दी से नहीं आता.
HIGHLIGHTS
- गांवों के 40 से 45 प्रतिशत युवा कुंवारे हैं
- गांवो में प्रवेश लेना एक झंझट भरी प्रक्रिया
- गांव के रास्तों पर बने चेक पॉइंट्स पर अनुमति