देश में सबसे ज्यादा पेट्रोल और डीजल की कीमतें देखी जाए तो राजस्थान का सीमावर्ती श्रीगंगानगर जिला सबसे अव्वल है. पेट्रोल यहां रुपये 109 प्रति लीटर के करीब पहुंच गया तो वहीं डीजल की कीमतें 102 प्रति लीटर तक पहुंच गई है. यहां से महज 5 किलोमीटर दूर पंजाब की सीमा में स्थित पेट्रोल पंपों से श्रीगंगानगर में हर दिन हजारों लीटर पेट्रोल और डीजल तस्करी से श्रीगंगानगर जिले के अनेक स्थानों पर पहुंचता है. इस हाईवे पर बड़ी तादाद में ट्रैक्टर ट्रॉली, टेंपो पेट्रोल डीजल के ड्रम भरकर श्रीगंगानगर में लाते हुए नजर आते हैं. इसका प्रमुख कारण है पंजाब और राजस्थान में पेट्रोल डीजल में वेट में भारी-भरकम अंतर और यही अंतर पंजाब में पेट्रोल डीजल की कीमतें करीब 10 रुपये और 11 रुपये कम कर देती है.
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श्रीगंगानगर से 5 किलोमीटर दूर पंजाब से हर दिन हजारों की तादाद में छोटे और बड़े वाहन पेट्रोल भरवाने जाते हैं. क्योंकि लगभग 11 रुपये की भारी-भरकम बचत प्रति लीटर पर होती है. ऐसे में हर दिन तस्करी के जरिए भी भारी तादाद में पेट्रोल श्रीगंगानगर जिले के अलग-अलग स्थानों पर पहुंचता है. अनेक बेरोजगार युवाओं ने तो पेट्रोल डीजल की तस्करी को अपना रोजगार का साधन भी बना लिया है. ये लोग अपनी जीपों से ड्रमों में भरकर पंजाब से पेट्रोल डीजल लाते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में इसे बेचते हैं. सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां हर दिन डीजल और पेट्रोल की तस्करी लगातार होती जा रही है.
सबसे ज्यादा हिस्सा किसानों द्वारा ले जाए जाने वाले डीजल का होता है. किसानों को कृषि के लिए लगभग 1000 लीटर डीजल लाने की छूट होती है. पेट्रोल और डीजल की देशभर में सबसे ज्यादा श्रीगंगानगर में कीमतें होने के चलते यहां के लोगों की कमर पूरी तरह आर्थिक बोझ के तले टूट चुकी है. इन कीमतों का सबसे बड़ा एक प्रमुख कारण यहां डीजल का पेट्रोल का ट्रांसपोर्टेशन भी है जो कि जोधपुर से आता है. गौरतलब है कि जोधपुर जहां 600-700 किलोमीटर दूर पड़ता है, वहीं पंजाब में महज 100 किलोमीटर दूर भटिंडा से पेट्रोल के ट्रांसपोर्टेशन नहीं होती. अगर ऐसा होना संभव हो जाए तो निश्चित रूप से यहां भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 7-8 रुपये की कमी संभव है.
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स्थानीय पेट्रोल पंप मालिक संजीव भाटिया कहते हैं कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों तथा 5 किलोमीटर दूर पंजाब से लोग भारी तादाद में पेट्रोल और डीजल ले आते हैं. इस कारण यहां के पेट्रोल पंप की खपत लगभग 70 फीसदी से अधिक तक कम हो गई है, ऐसे में अनेक पेट्रोल पंप तो बंद होने के कगार पर आ गए हैं. वहीं आम जनता भी अब दुपहिया और अपने चौपाया वाहनों का सोच समझकर प्रयोग करने लगी है.
स्थानीय जिला पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के आशुतोष गुप्ता का कहना है कि नजदीकी पंजाब में पेट्रोल की पेट्रोल डीजल की भारी कमी ने तस्करी को बढ़ावा दिया है. सरकार को चाहिए कि या तो राज्यों में पेट्रोल डीजल की कीमतें जीएसटी के दायरे में लाकर एक समान करके नियंत्रित करें अन्यथा जिले के स्थानीय पेट्रोल पंप पर सीएनजी गैस पम्प लगाने की छूट दे, क्योंकि सीएनजी की कीमतें पेट्रोल डीजल के मुकाबले में काफी कम है.
Source : News Nation Bureau