बीते दिनों तमिलनाडु के कुन्नुर (Coonoor) में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) शहीद हो गए. हादसे में 13 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. शुक्रवार को सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika) की अंतिम विदाई के दौरान लोगों की भारी भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी. लोग उनके आखिरी दर्शन के लिए घर के बाहर एकत्र हुए. वहीं अंतिम यात्रा के दौरान लोग हाथों में तिरंगा लेकर भाग रहे थे. आम जनता ने जाबाज सैन्य अफसर के लिए खुलकर अपना स्नेह दिखाया और श्रद्धांजलि दी.
भावुक संदेश दिए
सोशल मीडिया पर भी अंतिम विदाई के भावुक पल को लेकर आम जनता ने संवेदना व्यक्त की. इस दौरान कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भावुक संदेश दिए. एक यूजर महेश शार्म हेगड़े ने ट्वीटर पर लिखा, मोची से लेकर रिक्शा चालक तक हर भारतीय की रगों में देशभक्ति दौड़ती है. एक और यूजर आनंद रंगनाथन ने लिखा उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा, कभी झूठे वादे नहीं किए, कभी कर्ज माफ नहीं किया, कभी मुफ्त पानी या बिजली नहीं बांटी और फिर भी उनके अंतिम संस्कार में हजारों आम नागरिक उमड़ पड़े. वहीं एक फोटो भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है. इसमें एक ऑटो के पीछे एक बैनर चस्पा दिखाई दिया. जिसमें लिखा गया था ये हमारे या तुम्हारे सीडीएस नहीं बल्कि पूरे देश के सीडीएस थे. वहीं एक पोस्टर में एक बच्चा रावत की तस्वीर को चूमता हुआ दिखाई दिया. इसे काफी लाइक्स मिल रहे हैं.
17 तोपों की सलामी
गौरतलब है कि तीनों सेना प्रमुखों और रक्षामंत्री ने श्रद्धांजलि दी. जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके निवास से शुरू हुई और आर्मी कैंट पहुंची. प्रोटोकॉल के अनुसार जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी (17 Gun Salute) दी गई. जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के कुन्नूर में बीते बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे की पूरी जानकारी गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में दी. उन्होंने कहा, वायुसेना के एमआई17वी5 हेलिकॉप्टर से सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने टीम के साथ सुबह 11:48 बजे सुलूर एयरस्टेशन से अपनी उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोग सवार थे. वेलिगटन में 12:15 बजे लैंडिंग से सात मिनट पहले 12:08 बजे सुलूर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का संपर्क हेलीकॉप्टर से टूट गया.
Source : News Nation Bureau