देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग से फर्जीवाड़े का एक बेहद ही सनसनीखेज मामला सामने आया है. शनिवार को यूपी पुलिस ने शिक्षा विभाग में रहकर फर्जीवाड़ा करने वाली अनामिका शुक्ला नाम की एक टीचर को कासगंज से गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अनामिका फर्जी तरीके से एक-दो नहीं बल्कि 25 जिलों में नौकरी कर रही थी और सरकार को जबरदस्त चूना लगा रही थी. रिपुदमन सिंह नाम के एक पुलिस अधिकारी ने अनामिका शुक्ला की गिरफ्तारी की जानकारी दी है.
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कासगंज के बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऑफिस में उसने अपने साथी के हाथ से त्यागपत्र भेजा था, लेकिन उसके साथी को दफ्तर में बैठा लिया गया. इसके बाद बीएसए ने अपने ऑफिस के कर्मचारियों को भेज कर उसे सड़क से पकड़वाया और थाना सोरो पुलिस को सौंपा है. अनामिका शुक्ला कासगंज के कस्तूरबा विद्यालय फरीदपुर में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पूर्णकालिक रूप से सेवाएं दे रही थीं.
बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जिले में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका की तलाश की गई तो कस्तूरबा विद्यालय में यह शिक्षिका पाई गई. शुक्रवार को बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने शिक्षिका के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था.
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बीएसए अंजलि अग्रवाल का कहना है मार्च में लॉकडाउन में शिक्षिका अनामिका शुक्ला अपने घर गई थी, दूसरे के अभिलेख प्रयोग करने के मामले में उसे नोटिस भेज कर जांच कमेटी का गठन किया गया है. मंडल स्तर पर इस मामले की जांच एडी बेसिक अलीगढ़ कर रहे हैं.
अनामिका कासगंज में भी कस्तूरबा गांधी स्कूल में फुल टाइम शिक्षिका के रूप में काम कर रही थी. कासगंज में काम करने वाली अनामिका शुक्ला ने अभिलेखों में अपना पता फर्रुखाबाद के लखनपुर का दिखाया है. गुरुवार को शासन से पत्र आने के बाद में विभाग ने केजीबी में कार्य करने वाली शिक्षिका अनामिका को नोटिस जारी किया था.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)
Source : News Nation Bureau