Weird tradition: दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समुदाय और उनके नियम देखने को मिलते हैं. कई जगह धर्म से जुड़े नियम इतने कठोर होते हैं कि उनके बारे में सुनकर या पढ़कर यकीन नहीं होता है. आज हम आपको एक ऐसे समुदाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जो रहता तो सामान्य लोगों की तरह है, लेकिन उनकी जीवनशैली, रीति रिवाज बेहद अनोखे हैं. इस समुदाय में लड़कियों को आखिरी सांस तक बाल कटाने की इजाजत नहीं हैं. ये अपने शरीर के बालों को भी नहीं हटा सकती हैं. नहाने की भी अनुमति नहीं. इतना ही नहीं, अगर कोई इस नियम को तोड़ता पाया गया तो उसे सजा दी जाती है. आपको ये सब पढ़कर भले ही हैरानी हो रही हो, लेकिन ये नियम आज भी एनाबैप्टिज्म क्रिस्चन चर्च से जुड़े समुदाय में निभाए जाते हैं.
अमीश समुदाय की महिला ने किया खुलासा
कई सालों से अमीश समुदाय इन नियमों का अनुसरण करता हुआ आ रहा है. अमेरिका में रहने वाले अमीश समुदाय की महिला ने ही इसका खुलासा किया है. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, अमीश समुदाय में पली-बढ़ी एक महिला ने दावा किया कि कैसे उसने 19 साल तक अपने बाल नहीं काटे और स्नान नहीं किया. 38 वर्षीय लिजी एन्स 18 भाई-बहनों के साथ अमीश समुदाय में रहीं. उनके नियमों का सख्ती से पालन करती थीं. उनके घर में न तो बिजली थी और न ही बहता पानी. उन्हें अपने सारे कपड़े खुद ही सिलने पड़ते थे. सख्ती इतनी ज्यादा थी कि वह परेशान हो गई थीं. मगर एक दिन उनका प्रेमी उन्हें लेकर घर भाग निकला और अब वह सामान्य जीवन जी रही हैं.
बाल काटने को माना जाता है शर्मनाक
ऐसा बताया जाता है कि अमीश समुदाय की महिलाएं अपने बालों को लेकर बिबलिकल नियमों का पालन करती हैं. इसके मुताबिक, उन्हें बाल कटवाने की इजाजत नहीं है. इसी के साथ महिलाओं को अपने बालों को ऊपर जूड़े में बांधकर व उसे कपड़े से ढककर रखना होता है. सिर्फ घर के अंदर ही वे अपने बाल खोल सकती हैं. अगर महिलाएं अपने बाल काटती हैं, तो इसे काफी शर्मनाक माना जाता है. वे अपने शरीर के बालों को कवर करने के लिए अमीश महिलाएं ऐसे कपड़े पहनती हैं, ज्यादातर में जिनकी स्लीव्स लंबी होती है और नीचे उनकी लेंथ तलवों तक होती है. इसी के साथ वे पैरों में गहरे रंग के मोजे पहनती हैं.
महिलाओं से ढेर सारे बच्चे पैदा करने की अपेक्षा
लिजी एन्स ने बताया, हमें छोटी उम्र से ही सिखाया गया था कि कि कड़ी मेहनत कैसे करनी है. हमने फल और सब्जियां खुद उगाईं और मांस के लिए जानवर भी पाले. हर सुबह 20 लोगों का नाश्ता बनाना होता था. पांच साल की उम्र से मैं घर का काम करती थी. वहां की हर महिला पुरुष से ढेर सारे बच्चे पैदा करने की अपेक्षा की जाती थी. शौचालय नहीं होता था. टॉयलेट पेपर के बजाय अखबार या पत्रिकाओं का इस्तेमाल करना पड़ता था. घर में शॉवर नहीं था क्योंकि नहाने की इजाजत नहीं होती थी. एक खास मंडली थी जो कानून बनाती थी और उसका सख्ती से पालन करती थी.
शराब पीने की नहीं हैं इजाजत
अमीश समुदाय के लोग आने-जाने के लिए घोड़ा और छोटी गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आप नशे में इन्हें नहीं चला सकते. ऐसा करने पर गिरफ्तार कर लिए जाएंगे. हालांकि, यह दुर्लभ मामला है. क्योंकि इस समुदाय में किसी को भी शराब पीने की इजाजत नहीं. बच्चे खिलौनों से खेल नहीं सकते. लड़कियों के पास एक गुड़िया होती है और उन्हें भी समुदाय के हिसाब से कपड़े पहनाए जाते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी इंटरनेट पर आधारित है. न्यूज नेशन इसके सटीक होने की पुष्टि नहीं करता है.
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Source : News Nation Bureau