Indian Railways Track: रेलवे की पटरी पर पत्थर का उपयोग विभिन्न कारणों से होता है. पहले तो, पत्थर पटरी को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है ताकि वह ठंडे, गर्मी और बर्फबारी की स्थितियों में ट्रैनों को स्थिरता से चल सकें. दूसरे, यह यात्रीगन की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पत्थर रेलवे स्टेशन और प्लेटफॉर्म के आसपास स्थित होने वाले जगहों पर यात्रीगन को रेल लाइन से दूर रखता है. इसके अलावा, पत्थर पटरी को बर्फबारी और बर्फ की जमीनों से बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. रेल की पटरी पर पत्थरों का स्थानिकी रूप से महत्वपूर्ण योगदान है. ये पत्थर रेलवे ट्रैक्स पर स्थापित किए जाते हैं ताकि रेलवे सेवाएं सुरक्षित रहें और यात्री सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
तीन कारण
पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारण है कि ये पत्थर रेलवे ट्रैक्स को स्थिर रखने में मदद करते हैं. रेलवे यातायात में एक अच्छी गति बहुत जरूरी है, और इसे सुनिश्चित करने के लिए पत्थरों का सही स्थान पर होना आवश्यक है. ये पत्थर सुनिश्चित करते हैं कि ट्रैक्स सही स्थान पर रहते हैं और कहीं भी किसी तरह की विघटना नहीं होती है.
दूसरा महत्वपूर्ण कारण है कि पत्थरों का उपयोग रेलवे लाइन को उच्च तापमान और अधिक भार के संदर्भ में स्थिर बनाए रखने में किया जाता है. रेलवे यातायात में वाहनों का बड़ा भार होता है और ये पत्थर सुनिश्चित करते हैं कि ट्रैक्स उस भार को सही तरीके से संतुलित रख सकते हैं.
तीसरा पत्थरों का उपयोग रेलवे सुरक्षा में होता है. इन पत्थरों को रेलवे स्थलों पर स्थापित करने से यात्री और कर्मचारी सुरक्षित रह सकते हैं. ये पत्थर रेलवे स्थलों पर एक निरंतर स्थिति में होते हैं और रेलवे कर्मचारियों को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि वे सुरक्षित तरीके से अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं.
अंत में, पत्थरों का स्थानिकी रूप से रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक अहम योगदान है. ये न केवल रेलवे सुरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि रेलवे लाइन को स्थापित रखने में भी मदद करते हैं. इससे यात्री और माल एक सुरक्षित और स्थिर तरीके से अपने गंतव्यों तक पहुंच सकते हैं, जिससे रेलवे सेवाएं सकारात्मक रूप से प्रभावी होती हैं.
Source : News Nation Bureau