देश में अचानक क्यों बढ़े कुत्तों के हमले, जानें इसके पीछे की वजह

देश में 23 नस्ल के कुत्तों पर रोक लगाई गई है। समिति की ओर से इन कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

author-image
Mohit Saxena
New Update
Dogs Attacks

Dogs Attacks( Photo Credit : social media)

Advertisment

देश में बीते कई दिनों से खतरनाक कुत्तों के हमले की खबरें सुर्खियों में रही हैं. आए दिन कभी कोई मासूम या बुजुर्ग इनके हमलों का शिकार हो जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया. करीब 23 खतरनाक ब्रीड के  कुत्तों के आयात पर बैन लगा दिया है. प्रदेश सहित देशभर में कुत्तों के हमलों के बढ़ने की शिकायत मिल रही है. बढ़ती शिकायतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने खतरनाम करीब 23 नस्ल के कुत्तों पर बैन लगा दिया है. समिति की ओर से इन कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है. 

1. पिटबुल टेरियर, 2. टोसा इनु, 3. अमेरिकन स्टेफोर्डशायर टेरियर, 4. फिला ब्रासीलीरो, 5. डोगो अर्जेंटीनो, 6. अमेरिकन बुलडॉग, 7. बोअरबोएल कांगल, 8. मध्य एशियाई शेफर्ड डॉग, 9. कोकेशियन शेफर्ड डॉग, 10. दक्षिण रूसी शेफर्ड डॉग, 11. टॉर्नजैक, 12. सरप्लानिनैक, 13. जापानी टोसा, 14. अकिता, 15. मास्टिफ, 16. टेरियर्स, 17. रोडेशियन रिजबैक,
18. वुल्फ डॉग, 19. कैनारियो, 20. अकबाश डॉग, 21. मॉस्को गार्ड डॉग, 22. केन कोर्सो, 23. बैंडोग नस्ल

पशुपालन मंत्रालय के अनुसार, यह नियम मिश्रित और क्रॉस सभी नस्लों पर लागू किया जाता है. मंत्रालय ने विदेशी नस्लों के कुत्तों की बिक्री प्रजनन या रखने पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है. वैसे कई वर्षों से कुत्तों को हम इंसानों का सबसे बेहतर दोस्त मानते हैं. लेकिन ये आचानक इनते हिंसक कैसे हो गए.

इ​सलिए बढ़ी परेशानी 

कुत्तों को सदियों से अपने घर में पालतू जानवर की तरह रखा गया है. पहले कुत्तों का इस्तेमाल घर की निगरानी के​ लिए होता था. उसे जिस तरह का वातावरण मिलता था, उसी में वह ढल जाता था. पहले के जमाने में कुत्तों का उपयोग शिकार और घर की निगरानी के लिए होता था. मगर जैसे समय बीता हम उनके और करीब चले गए. हम उनकी अलग नस्ल को अपने घरों में रखने लगे. आखिरकार ये अगल—अलग तरह की नस्लें आई कहां से. इसे जानने की कोशिश करते हैं. 

जंगली भेड़ियों को घर में पालने की कोशिश 

इसकी वजह थी कि जंगली भेड़ियों को घर में पालने की कोशिश करना. इससे क्रॉस ब्रीडिंग हुई और अलग—अलग नस्ल के  कुत्ते सामने आने लगे. इसमें जंगली और पालतू दोनों तरह के कुत्ते सामने आए. इस तरह से इंसानों को एक ही कत्ते में शिकारी और दोस्त दोनों मिल गए. आज अपने स्टेटस के लिए लोग इन खतरनाक कुत्तों को अपने घर में पालते हैं. यही सबसे बड़ी समस्या है. जंगली प्रजाती इंसानों के बीच ओर एक घर के माहौल में नहीं रह सकती है. इस वजह से बड़े हादसे हो रहे हैं. 

Source : News Nation Bureau

newsnation Dogs Attacks Delhi Highcourt Ban On Dogs dangerous dog breeds banned rottweilers
Advertisment
Advertisment
Advertisment