World Asteroid Day 2024: क्या आपको पता है एस्टेरॉयड क्या होता है? एस्टेरॉयड एक विभिन्न आकार के चट्टान नुमा स्पेस ऑब्जेक्ट है जो अन्य ग्रहों की तरह सूर्य की परिक्रमा करता है. साइंस की भाषा में समझें तो, ये हमारे सौर मंडल के निर्माण से बचे हुए अवशेष हैं, जो सिस्टम के चारों ओर घूमते हैं. इसका डायमेंशन 10 मीटर से लेकर 530 किमी तक हो सकता है. हालांकि ज्यादा एस्टेरॉयड हमारी पृथ्वी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, मगर अगर कोई एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराता है तो ये तबाही का मंजर पैदा कर सकता है. इसी से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 30 जून को विश्व क्षुद्रग्रह दिवस, यानि World Asteroid Day मनाया जाता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि, क्योंकि एस्टेरॉयड सौर मंडल में मौजूद अन्य ग्रहों के साथ ही बनते हैं, लिहाजा उनके जरिए अन्य ग्रहों और उनके गठन के बारे में बहुत सारी जानकारियां इकट्ठा की जा सकती है.
क्या है World Asteroid Day का इतिहास?
वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे की उत्पत्ति '51 Degrees North' नामक फिल्म से हुई है, जिसमें लंदन शहर से एस्टेरॉयड के टकराव के मंजर को दिखाया गया था. इस फिल्म की क्रिएटिव टीम, जिनमें से कई वैज्ञानिक भी शामिल थे, एस्टेरॉयड के खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक फाउंडेशन बनाया, जिसके बाद साल 2015 में दुनिया का पहला वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे मनाया गया.
इसके बाद साल संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2016 में हर साल 30 जून को वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे के तौर पर मनाने का प्रस्ताव पारित किया. इस दिन का उद्देश्य पृथ्वी के साथ एस्टेरॉयड की टक्कर के प्रभाव की पहचान करना है.
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इस खास दिन के महत्व को समझें
पृथ्वी पर एस्टेरॉयड के प्रभाव की समझ पैदा करने के लिए हर साल वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य सौर मंडल में नए एस्टेरॉयड का पता लगाने की प्रक्रिया को समझना, चर्चा करना और तेज़ करना भी है. पिछले कुछ वर्षों में वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में कई एस्टेरॉयड की खोज की है. हालांकि, उनका दावा है कि उनमें से बहुत सी चीज़ें अभी तक खोजी नहीं जा सकी हैं.
Source : News Nation Bureau