एक महिला के लिए बच्चे को जन्म देना आसान नहीं होता. यह इतनी जटिल प्रक्रिया होती है कि इसको महिला का दूसरा जन्म माना जाता है. यही वजह है कि प्रेग्नेंसी के समय डॉक्टर भी महिला को अपनी खास देखभाल रखने की सलाह देते हैं. डिलीवरी के समय मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहें, इसके लिए महिला को आराम के साथ उचित खानपान की सलाह भी दी जाती है. लेकिन चीन में प्रेग्नेंसी को लेकर एक जमाने से ऐसे मिथक चले आ रहे हैं, जिनको सुनकर किसी का भी सिर चकरा सकता है.
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प्रेग्नेंट महिलाओं के नुस्खों को लेकर बाकयादा जिक्र
चीनी कल्चर में प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी तक और प्रेग्नेंट महिला की देखभाल करने के कुछ बेहत अजीब नुस्खे बताए गए हैं. वहां के एक प्राचीन साहित्य ताइचांशु में भी प्रेग्नेंट महिलाओं के नुस्खों को लेकर बाकयादा जिक्र किया गया है. इस ग्रंथ के अनुसार प्रेग्नेंसी के चौथे महीने में भ्रूण को पानी दिया जाता है. बताया जाता है कि इस अवस्था में सबसे पहले खून बनना शुरू होता है. किताब में बताया गया कि इस अवस्था में चावल, गेहूं और कीचड़ में पाई जाने वाली ईल सबसे ज्यादा पोष्टिक पदार्थ होते हैं. इन चीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व खून की सफाई और आंखों की चमक व रोशनी बढ़ाने के काम आते हैं.
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सफेद बालों वाले कुत्ते का सिर उबालकर खाना चाहिए
एक रिसर्चर जेंडर ली के अनुसार चीन में प्रचलित एक मिथक के अनुसार जिन महिलाओं के प्रेग्नेंट महिलाओं के कोख में भ्रूण पल रहा होता है, उनको सफेद बालों वाले कुत्ते का सिर उबालकर खाना चाहिए. चीनी भाषा में इसको बायमुगौ कहकर पुकारा गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से बच्चा सेहतमंद और ज्यादा सुंदर होगा. जबकि मौजूदा समय में कोई भी डॉक्टर ऐसा करने की सलाह नहीं देगा. यही नहीं प्रेग्नेंट महिलाओं से जुड़े चीन कल्चर में और भी ऐसी कई मान्याताएं हैं, जिसको सुनकर आपका सिर चकरा जाएगा.