आगरा की सेंट्रल जेल में इन दिनों सांप्रदायिक सौहार्द की अनोखी मिसाल देखने को मिल रही है. इस जेल में बंद मुस्लिम कैदी जहां भगवत कथा का रसपान कर नवदुर्गों में देवी माँ के व्रत रख रहे हैं. वहीं हिन्दू कैदी रमजान के पाक माह में रोजे रखते नजर आ रहे हैं. आगरा सेंट्रल जेल को प्रदेश की आदर्श जेल माना जाता है. यहां बंदियों को आजीविका कमाने के लिए तरह-तरह के काम सिखाए जाते हैं. साबुन, कुर्सी, गुलाल, गोबर की लकड़ी से लेकर मनोरंजन के लिए अपना बैंड तक जेल के बंदियों ने बनाया है. इस बार जेल के बंदियों ने व्रत और रोजे रखकर सद्भावना की मिसाल पेश की है.
आगरा की सेंट्रल जेल में बुधवार को नवरात्रि शुरू होने पर एक तस्वीर दिखाई दी थी, जिसमें मुस्लिमों ने हिंदू भाइयों के साथ व्रत रखकर मंदिर में भजन कीर्तन किया और आज इसी कारागार में रमजान के अवसर दूसरी तस्वीर दिखाई दी. आज यहां उम्र कैद की सजा काट रहे लगभग दो दर्जन से अधिक हिंदू बंदीयों ने रोजा रख मुस्लिम भाइयों का साथ दिया.
आगरा के केंद्रीय कारागार में आज प्रबंधन की तरफ से बब्बा कृष्ण कथा का आयोजन कराया गया. इस श्री कृष्ण कथा में कथावाचक मधुर महाराज के मुखारविंद से अमृत की बरसात हो रही है. जेल के अंदर सभी बंदी इस अमृत का रसपान कर रहे हैं. खास बात ये है की इन दिनों पाक माह रमजान का माह है. बावजूद इसके तमाम मुस्लिम समाज के बंदी इस भागवत कथा की बड़ी ही सादगी के साथ सुनते दिखे. उन्होंने कहा भारत देश गंगा जमुनी तहजीब का देश है यहां सभी हिंदू मुस्लिम भाई हैं. यही वजह है की वे भी इस कथा का आनद ले रहे हैं. वहीं इसी दौरान कुछ हिन्दू कैदियों ने बताया कि उन्होंने रमजान माह में रोजा रखा हुआ है. ये तस्वीर थी आज सेंट्रल जेल की, जहां सभी भेद भाव मिटाकर कैदी एक दूसरे को प्रेम बांटते नजर आ रहे थे.
Source : News Nation Bureau