महाराष्ट्र में उद्धव सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ कि शिवसेना के विधायक बागी हो गए. एकनाथ शिंदे कैंप के विधायकों की नाराजगी की वजहों में ये है कि जिन एनसीपी नेताओं को चुनाव में हराकर जीते उनको एनसीपी उनके इलाके में मजबूत कर रही है और ताकत दे रही है. शिवसेना के विधायकों को हाशिए पर धकेला जा रहा है. इसके पीछे शरद पवार को मुख्य रूप से जिम्मेदार मान रहे हैं. इन विधायकों का कहना है कि ऐसा लगता है कि शिवसेना के मालिक भी शरद पवार हो गए हैं.
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दूसरी नाराजगी की बड़ी वजह आदित्य ठाकरे की कार्यशैली है. विधायकों का कहना है कि आदित्य ठाकरे खुद को शिवसेना का मुखिया समझते हैं और उसी तरह वो व्यवहार करते हैं. एकनाथ शिंदे गुट का मानना है कि 13 विधायकों को छोड़कर बाकी सभी शिवसेना विधायक देर-सबेर इधर आ जाएंगे.
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सूत्रों का कहना है कि नितिन देशमुख को खुद एकनाथ शिंदे के कहने पर गुवाहाटी एयरपोर्ट से वापस भेजा गया, क्योंकि एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये सारा मामला खराब कर देंगे, इसलिए नितिन देशमुख को वापस महाराष्ट्र चार्टर से भेजा गया. एकनाथ शिंदे गुट का मानना है कि 13 विधायकों को छोड़कर जोकि शिवसेना के साथ रहेंगे, बाकि सभी 42 शिवसेना विधायक देर-सबेर एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल हो जाएंगे.