UK Election: ब्रिटेन में तीन दिन बाद यानी चार जुलाई को आम चुनाव के लिए मतदान होंगे. ब्रिटेन में अभी कंजर्वेटिव पार्टी सत्ता में है. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक देश के प्रधानमंत्री हैं. खास बात है कि इस बार ब्रिटेन की राजनीति में भी मंदिर और हिंदू हावी हैं. कभी प्रधानमंत्री ऋषि सुनक तो कभी विपक्षी नेता और विपक्षी पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार सर कीर स्टार्मर मंदिर जा रहे हैं. ब्रिटेन के 10 लाख हिंदुओ को दोनों ही मुख्य पार्टियां अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं. आइये जानते हैं, कैसे ब्रिटेन की राजनीति मंदिरों के इर्द-गिर्द घूम रही है.
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक दो दिन पहले यानी शनिवार 29 जुलाई को लंदन के प्रतिष्ठित बीएपीएस स्वामी नारायणमंदिर पहुंचे थे. उनके साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी थीं. इस दौरान, पीएम सुनक और उनकी पत्नी अक्षता ने विधि-विधान से पूजा पाठ की. पूजा के बाद उन्होंने हिंदू समुदाय के लोगों से बात की और सनातन धर्म पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि मैं एक हिंदू हूं. मुझे संसद में सांसद के रूप में भगवतगीता पर शपथ लेने में गर्व होता है. हमारा धर्म हमें अपना कर्तव्य करना सिखाता है. भगवतगीता हमें सीखाता है कि हमें सिर्फ काम करना है फल की चिंता नहीं करनी है. मेरे माता-पिता ने भी मुझे यही शिक्षा दी है. मैं अपना जीवन ऐसे ही जीता हूं. मेरी बेटियां जब बड़ी होंगी तो मैं उन्हें भी यही शिक्षा देना चाहता हूं. धर्म ही मुझे सार्वजनिकत सेवा के लिए प्रति जागरुक करता है. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश भारतीय प्रधानमंत्री होने पर मुझे बहुत गर्व है. मैं आपको कभी निराश नहीं करुंगा. उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय और हिंदू मूल्य हमें आपस में बांधकर रखते हैं.
Thank you Prime Minister @RishiSunak for visiting #NeasdenTemple. We appreciate your encouraging words and time with our volunteers. Thank you for your unwavering support and commitment to our shared values. pic.twitter.com/3f10TtOf1S
— Neasden Temple (@NeasdenTemple) June 30, 2024
लेबर पार्टी के उम्मीदवार भी पहुंचे मंदिर
विपक्षी लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार सर कीर स्टार्मर तो सुनक से एक दिन पहले ही मंदिर पहुंच गए. स्टार्मर किंग्सबरी के स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे. उन्होंने इस दौरान पूजा-पाठ की और भगवान की मूर्ति पर जल चढ़ाया. पूजा-पाठ के बाद उन्होंने हिंदू लोगों से बात की. अपने संबोधन में उन्होंने किंग्सबरी मंदिर को करुणा का प्रतीक बताया. स्टार्मर का कहना है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो वे ब्रिटिश इंडियन समुदाय के लिए काम करेंगे. उनका कहना है कि हमारे देश में हिंदूफोबिया के लिए बिल्कुल जगह नहीं है. ब्रिटेन को तोड़ने या फिर बांटने के कोई भी कदम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. इस दौरान उन्होंने जय स्वामीनारायण का जयकारा भी लगाया.
My Labour Party will always be committed to building a Britain where all faith communities are safe and respected. pic.twitter.com/zfq3WENZLg
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) June 28, 2024
किसी धर्म का समर्थन नहीं करती है लेबर पार्टी
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो लेबर पार्टी कार्ल मार्क्स की विचारधार से प्रेरित है. वे धर्म को अफीम मानती है. पार्टी किसी धर्म का समर्थन नहीं करती. हालांकि, अलग-अलग समय में पार्टी नेताओं की प्राथमिकता बदलती रही है. कीर खुद को धार्मिक नहीं मानते. हालांकि, उनका कहना है कि वे अगर सत्ता में आते हैं तो सभी घर्मों के नेताओं के साथ मिलकर काम करेंगे.
प्रधानमंत्री सुनक के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी
तीन दिन पहले, ब्रिटिश रिफॉर्म पार्टी के एक प्रचारक ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी. इस पर सुनक ने कहा कि यह सुनकर मुझे बहुत दुख हो रहा है. मुझे बहुत गुस्सा आ रहा है. मेरी बिटियों- कृष्णा और अनुष्का ने भी यह उस प्रचारक की बातों को सुना और देखा है. फराज से इस बारे में सवाल पूछा जाना चाहिए. वे इतने गंदे शब्द हैं कि मैं उन्हें दोहरा नहीं सकता. रिफॉर्म पार्टी के नेता और प्रचारक के बयानों से पता चलता है कि उनकी संस्कृति कैसी है.
ब्रिटेने का सबसे प्रभावी समुदाय
बता दें, साल 2022 की जनगणना के मुताबिक, ब्रिटेन में 10 लाख से अधिक हिंदू लोग रहते हैं. 2011 में ब्रिटेन की जनसंख्या में डेढ़ प्रतिशत हिंदू रहते थे तो वहीं साल 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 1.7 फीसदी हो गया. ईसाई और मुस्लिमों के बाद हिंदू वहां का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो ब्रिटेन में उद्योगपतियों से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर तक हर क्षेत्र में हिंदू समुदाय का योगदान है. हिंदू समुदाय वहां का सबसे प्रभावी समुदाय है.
ब्रिटेन में पहला मंदिर मंदिर 1960 की दशक में बना
साल 2015 तक के आंकड़ों की मानें तो ब्रिटेन में कुल 189 हिंदू मंदिर है. साल 2001 तक 109 मंदिर थे. ब्रिटेन के हिंदुओं का मानना हैं, वहां हिंदुओं के 423 संगठन हैं. 1960 के दशक में ब्रिटेन का पहला मंदिर- राधा-कृष्णा मंदिर नाम से बना, यह जॉर्ज हरिंसन के साथ लीज पर था. लंदन में ब्रिटेन का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है- स्वामीनारायण मंदिर.
Source : News Nation Bureau