फिरोजाबाद-उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक 10 साल के लड़के के ऊपर ट्रैक्टर की हैरो ब्लेड चलने की वजह से उसकी रीड की हड्डी में कई जगह से ब्रेकेज हो गई थी। पांच अस्पतालों में मना करने के बाद के लड़के को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने आठ घंटे तक रेयर सर्जरी परफॉर्म की और उसकी टूटी हुई रीढ़ की हड्डी को जोड़ने में फिर से कामयाब रहे। नौ महीने बाद, वह वापस अपने पैरों पर बिना किसी मदद के घूम रहा है।
डेडे (इंडोनेशिया)
इंडोनेशिया के डेडे की यह बीमारी 9 ऑपरेशन्स के बाद सिर्फ़ 95% ही ठीक हो पाई है। इसका 100% ठीक हो पाना नामुमकिन है पर अब वो कई सारे कामों के लिए किसी और पर निर्भर नहीं हैं।
मैकी होप (टेक्सस)
मैकी होप, गर्भ में ही ट्यूमर के कारण प्रेगनेंसी के 23वें हफ्ते में सर्जरी करनी पड़ी जिसके लिए टेक्सस के चिल्ड्रन हॉस्पिटल में उसे गर्भ से निकालकर इस ऑपरेशन को किया गया। सर्जरी के 10 हफ्तों बाद मैकी ने गर्भ में दोबारा जन्म लिया और अब वो पूरी तरह से स्वस्थ है।
लक्ष्मी तोतमा (बिहार)
बिहार के अररिया जिले में लक्ष्मी तोतमा का जन्म 2005 में हुआ। लक्ष्मी इस्चीओपगुस (ischiopagus) ट्विन थी, जिसकी वजह से जन्म के साथ ही उसके 4 पैर और 4 हाथ थे। इस वजह से स्थानीय निवासियों ने लक्ष्मी को देवी का अवतार मान लिया था। नवंबर 2007 में इस अविकसित जुड़वा को लक्ष्मी से अलग करने के लिए सफलतापूर्वक सर्जरी की गई. 27 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद लक्ष्मी पूरी तरह से स्वस्थ है और अब पूरी तरह से सामान्य जीवन जी रही है।
मार्ली कैसियस (हैती)
मार्ली कैसियस हैती की रहने वाली एक लड़की है, जिसका जीवन 14 वर्ष की आयु तक सामान्य था। उसका चेहरा एक अजीब बीमारी के कारण भयभीत ढंग से विचित्र हो गया था। जिसके फलस्वरूप उसे न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। मार्ली को हयतियन संस्था गुड सिमिट्रन अमेरिका लेकर आई जहां उसका इलाज मियामी के जैक्सन मेमोरियल मेडिकल सेंटर में हुआ।
टॉम लेम
2008 में, 15 वर्षीय टॉम लेम को उसके हाथ और कंधे में एक ट्यूमर की वजह से काट दिया गया था। सर्जन ने फिर एक नए कंधे के निर्माण के लिए उनकी खोखली कोहनी से हड्डी और कोशिकाओं का इस्तेमाल किया। टॉम, जो पोंटेफेक्ट, वेस्ट यॉर्क में रहते हैं, ने कैंसर से तीन साल तक संघर्ष किया है।