तरबूज की खोज
गर्मियों में तरबूज की मांग सबसे ज्यादा होती है क्योंकि इसमें पानी भरपूर मात्रा में होता है. जिसे खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. इसमें आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
तरबूज की खोज
एक रिसर्च के मुताबिक तरबूज की खेती सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में नहीं बल्कि मिस्र में की गई थी. प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित अध्ययन घरेलू तरबूज की उत्पत्ति की कहानी को फिर से लिखता है.
तरबूज की खोज
वैज्ञानिकों ने तरबूज की सैकड़ों प्रजातियों के डीएनए का अध्ययन किया और पाया कि ये फल उत्तरपूर्वी अफ्रीका की एक जंगली फसल से आए हैं. इस अध्ययन से पहले, यह कहा गया था कि तरबूज़ दक्षिण अफ़्रीकी सिट्रॉन तरबूज़ के समान श्रेणी में आते हैं.
तरबूज की खोज
लेकिन अब जेनेटिक शोध के नतीजे मिस्त्र के नतीजे मिस्त्र की एक पेटिंग से मेल खाते हैं. जिसमें दिख रहा है कि तरबूज 4 हजार पहले के समय से नील नदी के रेगिस्तान में खाए जाते थे.
तरबूज की खोज
ऐसे कई शोध हुए, हर शोध में लोगों ने अपने-अपने तर्क दिए. हालांकि, इसमें सबसे अधिक मुहर मिस्त्र पर ही लगी, जिसमें बताया गया है कि सबसे पहले यहीं पर उपजाई गई थी.