सुषमा स्वराज
भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) हमारे बीच नहीं रहीं. उनके निधन की खबर से देशभर की आंखे नम हैं.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का मंगलवार रात को 67 साल की उम्र में निधन हो गया. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने आखरी सांस लीं.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज ने पूरा जीवन सादगी से जिया और दुनिया के सामने खास छाप छोड़ी. शायद ही ऐसा कोई शख्स होगा जो सुषमा स्वराज को न जानता हो लेकिन उनकी निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें शायद कुछ ही लोगों को पता हो. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे उनकी शादी से जुड़ा एक खास वाक्या जो उनके चाहने वालों के लिए बेहद खास होगा.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज का परिवार मूल रूप से लाहौर के धरमपुरा क्षेत्र का निवासी था. जो अब पाकिस्तान में है. उन्होंने अम्बाला के सनातन धर्म कॉलेज से संस्कृत तथा राजनीति विज्ञान में स्नातक किया.
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1970 में उन्हें अपने कालेज में सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था. वे तीन साल तक लगातार एस॰डी॰ कालेज छावनी की एन सी सी की सर्वश्रेष्ठ कैडेट और तीन साल तक राज्य की श्रेष्ठ वक्ता भी चुनी गईं.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज की शादी जाने-माने वकील कौशल स्वराज (Swaraj Kaushal) से हुई थी. दोनों की दोस्ती चंदीगढ़ में वकालत की पढ़ाई पढ़ने के दौरान हुई. उस वक्त दोनों काफी अच्छे दोस्त थे.
सुषमा स्वराज
पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस करने के लिए दोनों दिल्ली आ गए जहां उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज के पिता आरएसएस से जुड़े हुए थे इसलिए जब सुषमा स्वराज ने स्वराज कौशल के बारे में उनसे बात की तो वो पहले तो नाराज हो गए लेकिन बाद बेटी के प्यार के चलते उनकी लवमैरिज के लिए मान गए.
सुषमा स्वराज
स्वराज कौशल 34 साल की उम्र में देश के सबसे युवा एडवोकेट जनरल बन गए थे. इसके अलावा 1999-2004 तक सांसद भी रह थे और 1990 से 1993 तक मिजोराम के राज्यपाल भी रह चुके थे.
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज देश की पहली फुलटाइम महिला विदेश मंत्री थीं. उनसे पहले इंदिरा गांधी भी 2 बार विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं लेकिन उस दौरान वो प्रधानमंत्री भी थी. सुषमा स्वराज पहली महिला थीं जिन्होंने फुलटाइम विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली.