इब्राहिम रईसी
हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई. जिसके बाद लोगों ने गूगल ये सर्च करना शुरू कर दिया कि हेलीकॉप्टर के अंदर पैराशूट क्यों नहीं रख सकते हैं?
आखिर क्यों नहीं होता है?
ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर हेलीकॉप्टर के अंदर पैराशूट क्यों नहीं होता है? यदि कोई घटना घटने की स्थिति बनती है, तो व्यक्ति स्थिति का आकलन कर और हेलीकॉप्टर के नीचे कूद सकता है.
अहम जानकारी
आज हम आपको इस खबर में बताएंगे कि आखिर क्यों हेलीकॉप्टर के अंदर क्यों पैराशूट रखा जाता है? तो चलिए बिना समय गंवाए आपको जानकारी देते हैं.
क्यों नहीं होता है?
हेलीकॉप्टर में पैराशूट रखने का एक बड़ा कारण है, जिसके कारण दुनिया के किसी भी हेलीकॉप्टर में पैराशूट रखा हुआ नहीं मिलता है.
समस्या ये बड़ी होती है
दरअसल, हेलीकॉप्टर में सबसे बड़ी समस्या जगह की होती है, हेलीकॉप्टर के अंदर पैराशूट रखने की जगह नहीं होती है.
क्यों नहीं होता है?
अगर हर सीट पर पैराशूट लगा दिए जाएंगे तो अतिरिक्त वजन बढ़ जाएगा. इससे विमान के कुल वजन में लगभग 6,000-8,000 पाउंड का इजाफा होगा, जिसके कारण लागतों में भी इसका फ्रक दिखने लगेगा.
इन्हीं कारण से नहीं होता है
कुछ अन्य कारण भी हैं, जैसे जब कोई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने का अंदाजा हो जाता है, तो उसे रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है क्योंकि हेलीकॉप्टर को संतुलित करना इतना आसान नहीं होता है.