Shri Ram Janmabhoomi, Ayodhya Uttar Pradesh
1. श्री रामलला मंदिर अयोध्या उत्तर प्रदेश जिसका उद्घाटन 22 जनवरी को होने जा रहा है. ये हिंदू आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है. यहां भगवान राम जी का जन्म हुआ था. इतना ही नहीं इस मंदिर के लिए पिछले 500 सालों से संघर्ष किया जा रहा था. मानों रामभक्तों को एक संजीवनी मिल गई हो. रामभक्त के लिए ये सबसे बड़ा केंद्र है. हर साल यहां लाखों लोग देश से ही नहीं विदेशों से भी हाजरी लगाने आते हैं.
Kanak Bhawan, Ayodhya
2. हम सब जानते हैं कि भगवान राम के लिए रामलला मंदिर है. लेकिन अयोध्या यूपी में एक और राम मंदिर है जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है. ये मंदिर कनक भवन है. पौराणिक कथाओं के अनुसार लोगों का कहना है कि जब प्रभु राम माता सीता से विवाह कर जब पहली बार राजमहल पधारें थें तो उस समय मां कैकयी ने माता सीता को मुंह दिखाई की रस्म में शगुन के रूप में ये भवन दिया था. इस मंदिर में प्रभु राम, मां सीता और लक्ष्मण जी की बहुत खूबसूरत मूर्ति है. कहा जाता है कि यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त बेहद सुंदर दिखई देता है.
Raja Ram Mandir, Orchha, Madhya Pradesh
3. राजा राम मंदिर जो ओरछा मध्यप्रदेश में स्थित है. लोगों का मानना है कि हर दिन यहां भगवान राम रात को सोने के लिए आते हैं. वहीं प्रातकाल हनुमान जी के साथ अयोध्या की ओर चले जाते हैं. राम भक्तों के लिए ये मंदिर बड़ा ही महत्तवपूर्ण है. हजारों लोग हर साल इस मंदिर में पूजा करने के लिए आते हैं. ये मंदिर बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है.
Kalaram Temple, Nashik, Maharashtra
4. महाराष्ट्र नासिक का कालाराम मंदिर जो श्रद्धालुओं के लिए बड़ा केंद्र है. यहां भगवान राम की मूर्ति काले पत्थर से बनी है. वहीं इसकी प्रतिमा करीब 2 फीट की है. माना जाता है कि 14 साल के वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने कुछ साल समय व्यतित किए थे.
Ramaswamy Temple, Tamil Nadu
5. तामिलनाडु का रामास्वामी मंदिर. इस मंदिर को दक्षिण का अयोध्या कहा जाता है. लोगों की आस्था के अनुसार इसका साउथ में वहीं स्थान हो जो रामलाल का है. ये मंदिर वैष्णव भक्तों के बीच काफी फेमस है और हर समय यहां भक्तों की भीड़ जमा होती है. देश का ये अकेला मंदिर है जहां प्रभु राम और माता सीता के अलावा अपने सभी भाइयों के साथ विराजते हैं.
Raghunath Temple, Jammu
6. जम्मू का रघुनाथ मंदिर. इस मंदिर में न सिर्फ भगवान राम है बल्कि यहां भगवान बिष्णु अपने सभी अवतारों के साथ विराजते हैं. ये मंदिर सात विभिन्न मंदिरों से मिलकर बनता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने से सभी 33 कोटि देवी-देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त होता है.
Kodandarama Temple, Karnataka
7. कर्नाटक का कोदंडाराम मंदिर. ये मंदिर कर्नाटक के चिकमंगलूरु में स्थित है. इस मंदिर की सबसे बड़ी बात है कि यहां भगवान राम और लक्ष्मण माता सीता के बायीं ओर खड़े हैं.
Chitrakoot, Uttar Pradesh
8. उत्तर प्रदेश का चित्रकुट. ये मंदिर यूपी और एमपी की सीमा पर स्थित है. कहा जाता है कि भगवान राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास के दौरान कुछ दिन रूके थे.
Shri Ram Teerth Mandir, Amritsar
9.अमृतसर का नाम सामने आते हैं लोगों के मन में स्वर्ण मंदिर आता है. लेकिन श्री राम तीर्थ मंदिर भी है जो राम भक्तों के बीच काफी पॉपुलर है. कहा जाता है कि लंका से लौटने के बाद राम जी ने यहीं माता सीता का त्याग किया था. उस माता सीता ने महर्षि वाल्मीकि की कुटिया में शरण ली थी. कहा जाता है कि यहां लव कुश का जन्म हुआ था. यही वजह है कि राम भक्त हजारों की संख्या में यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
Triprayar Sri Rama Temple, Kerala
10. केरल का त्रिप्रयार श्री राम मंदिर. ये मंदिर केरल के त्रिशूर जिले में बसा है. कहा जाता है कि इस मूर्ति की पूजा स्वंय भगवान कृष्ण करते हैं. कहते हैं कि यहां पूजा करने से बुरी बलाएं खत्म होती है. यहां मूर्तियों के अलावा लकड़ी की सुंदर कारीगरी की गई है.